राजस्थान में परीक्षाओं के दौरान इंटरनेट (Internet Service) बंद करने पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ (Rajyavardhan Rathore) ने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) के दोहरे मापदंड हैं. राहुल ने 2019 को दिसंबर में ये ट्वीट किया था कि सरकार को हक नहीं कि इंटरनेट बंद करे, ये भारत की आत्मा की बेइज़्जती है. लेकिन, राजस्थान सरकार चार बार इंटरनेट को बंद कर चुकी है. क्यो वहां फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को रोका जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में दस साल में 78 बार इंटरनेट रोका गया. ये जम्मू-कश्मीर के बाद दूसरे नंबर पर है. जम्मू कश्मीर में तो आतंकवाद के चलते रोका जाता है. ये कांग्रेस और राहुल गांधी का दोहरा मापदंड है. परीक्षा तो दूसरे राज्यों में भी आयोजित होती हैं पर वहां तो इंटरनेट बंद नहीं किया जाता. व्यापार, मेडिकल सेवा, वर्कफ्राम होम, बैंकिंग सेवा सब इंटरनेट बंद होने से ठप्प हो जाता है.
आंकड़े पेश करते हुए राठौर ने कहा कि पिछले दस साल की बात करें तो यूपी में 29 बार, हरियाणा में 17, बंगाल में 13 बार इंटरनेट बंद हुआ. वहीं राजस्थान में ऐसी कौन सी आतंकी घटनाएं हुई है जिसके कारण 78 बार यहां इंटरनेट बंद करना पड़ा? इंटरनेट बंद होने से चार महीने मे राजस्थान को 800 करोड़ का नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में डेंगू फैल रहा है, पर स्वास्थ्य मंत्री बैठक नहीं रहे है. वह गुजरात के प्रभारी बनने के बाद व्यस्त हैं। यही हाल दूसरे मंत्री और मंत्रालय का है, जो पंजाब के प्रभारी बनाए गए हैं. ये कांग्रेस की अंदरूनी लडाई है, पर नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है. राजस्थान के कुछ मंत्री, जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं, वो कई दिनों से अपने दफ्तर में नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य संबंधी अहम बैठकों में हिस्सा नहीं ले रहे. इनकी आंतरिक खींचतान से राजस्थान की जनता को बहुत परेशानियां उठानी पड़ रही हैं.
राजस्थान : REET एग्जाम को लेकर खास इंतजाम, कई जिलों में इंटरनेट, मैसेज सेवा बंद