वरिष्ठ बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा है कि बिहार विधानसभा में जिस तरह तोड़फोड़ की गई, उससे पूरा राज्य शर्मसार हुआ है. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने NDTV से बात करते हुए कहा, बिहार विधानसभा में तोड़फोड़ की घटना से पूरा बिहार शर्मसार हुआ है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव और उनके विधायकों के रवैये से पूरा देश शर्मिंदगी महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि विधानसभा में तोड़फोड़ की गई है तो फिर FIR क्यों नहीं होना चाहिए. RJD के विधायकों ने गुंडागर्दी की है, उन्होंने स्पीकर के हाथ से कागज छीना और सदन के अंदर तोड़फोड़ की और माइक तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि RJD ने एक ट्रेलर दिखाया है कि अगर वह सत्ता में आए तो बिहार की क्या हालत होगी?
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बिहार विधानसभा की घटना को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर टिप्प्णी करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि राहुल को बयान देने से पहले वीडियो को देखना चाहिए था. राज्यसभा सांसद मोदी ने कहा कि जिन पुलिस अधिकारियों ने ज्यादती की है, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.गौरतलब है कि मंगलवार को बिहार पुलिस विधेयक (Bihar Special Armed Police Bill 2021) को लेकर बिहार विधानसभा में काफी हंगामा देखने को मिला था. सदन में विपक्ष ने स्पीकर के कक्ष का घेराव किया. इस दौरान विपक्ष के विधायकों को हटाने के लिए सदन में पुलिस बुलानी पड़ी. इतना ही नहीं, बार-बार हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दिन में पांच बार स्थगित करनी पड़ी थी. सदन में कई बार दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और विवाद की स्थिति निर्मित हुई.भाजपा के वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार ने सदन के पीठासीन अधिकारी के तौर पर कार्यवाही बहाल की, लेकिन पूरे सदन में शोरगुल होता रहा. मंत्री के तौर पर विधानसभा में मौजूद एमएलसी अशोक चौधरी उस वक्त गुस्से में नजर आए, जब विपक्षी सदस्यों ने प्रेम कुमार से कागज छीनने की कोशिश की. दरअसल, चौधरी ने जद(यू) के साथी विधायकों से अपने पास आने का अनुरोध किया, जब वह अध्यक्ष के आसन के करीब चले गये थे.
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राजद के एक विधायक इस दौरान चौधरी के साथ धक्कामुक्की होने पर फर्श पर गिर पड़े. इससे विपक्षी सदस्य गुस्से में आ गये और उन्होंने मेज पर कुर्सी पटक कर उसे (मेज) तोड़ दिया. इसके चलते, पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही शाम साढ़े पांच बजे के तक के लिए स्थगित कर दी. दिन में, तेजस्वी के नेतृत्व में राजद कार्यकर्ताओं ने विधानसभा परिसर तक मार्च करने की कोशिश की, जिस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़पें हुईं.