राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक 2021 (NCT Bill) को लेकर मंगलवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन यानी राज्यसभा (Rajya Sabha) की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे (Mallikarjun Kharge) ने लेफ्टिनेंट गवर्नर को ज्यादा अधिकार देने के लिए लाए गए बिल का विरोध करते हुए कहा, 'यह बहुत खतरनाक बिल है. यह चुनी हुई सरकार (इलेक्टेड गवर्नमेंट) का अधिकार छीनने वाला बिल है. लोकतंत्र को खत्म करने वाला बिल है. आप लेफ्टिनेंट गवर्नर को सरकार बनाना चाहते हैं
सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित होने के बाद शाम 6:10 बजे जब शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सभी पार्टी के नेताओं के बीच चर्चा में सहमति बनी है कि कल सदन की बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी औरप्रश्नकाल,शून्यकाल नहीं होंगे. इसके साथ ही भोजनावकाश भी नहीं होगा और सदन में वित्त विधेयक पर चर्चा की जाएगी. उसके बाद एनसीटी बिल (राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक) तथा अन्य विधेयकों पर चर्चा हो सकती है. जोशी ने कहा कि सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस सहमति को मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके बाद उपसभापति हरिवंश ने बैठक बुधवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया.
इससे पहले विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने विधेयक को विचार और पारित करने के लिए पेश किया.विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे के अलावा AAP के संजय सिंह सहित अन्य सदस्यों ने इस विधेयक का विरोध किया और कई सदस्य आसन के निकट भी आ गए.उपसभापति हरिवंश ने हंगामा को देखते हुए सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी. एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पीठासीन अध्यक्ष वंदना चव्हाण ने बैठक को पहले शाम पांच बजकर 40 मिनट तक के लिए और उसके बाद पांच बजकर 50 मिनट तक स्थगित कर दिया.तीन बार के स्थगन के बाद बैठक शुरू होने पर पीठासीन अध्यक्ष वंदना चव्हाण ने कहा कि विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता विचार विमर्श कर रहे हैं, इसलिए बैठक शाम छह बजकर 10 मिनट तक के लिए स्थगित की जाती है.