राजौरी एनकाउंटर : सेना से मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, IED और स्नाइपर चलाने में थे माहिर

सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार सेना को इस ऑपरेशन के दौरान शुरुआती नुकसान इलाके में रह रहे औरतों और बच्चों को बचाने में हुआ है.

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प्रतीकात्म चित्र

Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
सेना ने की है पूरे इलाके की घेराबंदी
सेना और आतंकियों के बीच फिर गोलीबारी जारी
जंगल में छिपे हैं आतंकी
नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में चल रहे एनकाउंटर का यह दूसरा दिन है. मुठभेड़ अभी भी जारी है. आतंकियों से चल रहे इस मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और दो जवानों के शहीद होने की खबर है. जबकि सेना की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी ढेर कर दिए गए हैं. मुठभेड़ में मारे गए आतंकी  IED और स्नाइपर चलाने में माहिर थे . सेना इलाके में मौजूद अन्य आतंकियों को ढेर करने के लिए विशेष ऑपरेशन भी चला रही है. इलाके की घेराबंदी पहले ही की जा चुकी है.

जम्मू के डिफेंस पब्लिक रिलेशन ऑफिसर ने कहा कि एक मारे गए आतंकवादी की पहचान पाकिस्तानी नागरिक कारी के रूप में की गई है, जो लश्कर-ए-तैयबा में उच्च पद पर था. उसे इलाके में आतंकवाद को रिवाइव करने के लिए भेजा गया था. वह आईईडी चलाने, गुफाओं से छिपने और चलाने में विशेषज्ञ और स्नाइपर चलाने में माहिर था.

बता दें कि राजौरी के कालाकोट इलाके के जंगलों में आतंकी बुधवार से छिपे हैं. और यहां सेना और आतंकियों के बीच भीषण गोलीबारी हो रही है. बता दें कि बुधवार को आतंकियों से आमना-सामना हुआ है. आतंकी एक महीने से छिपे थे. रात में फायरिंग रुक गई थी लेकिन गुरुवार सुबह से फिर फायरिंग शुरू हुई है. 

सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार सेना को इस ऑपरेशन के दौरान शुरुआती नुकसान इलाके में रह रहे औरतों और बच्चों को बचाने में हुआ है. पहाड़ के करीब ढोक में रहने वाले आम आदमी खासकर महिलाएं और बच्चों के आतंकी गोलाबारी की चपेट में आने की संभावना बनी रहती है, लिहाजा सेना अपने ऑपरेशन के दौरान इनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करना चाहती है.

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साथ ही इस इलाके की भौगोलिक स्थिति कठिन है. यहां रोड कनेक्टिविटी कम है जिस वजह से ऑपरेशन में दिक्कत आई. आतंकी जिस तरह से सेना की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं और लगातार फायरिंग कर रहे हैं उससे ये साफ है कि उनके पास बड़ी मात्रा में हथियार मौजूद हैं. 

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