राजनाथ सिंह ने तेजपुर, वायु सेना प्रमुख ने जम्मू में जवानों संग मनाई दीपावली

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 30 अक्टूबर को असम के तेजपुर में सैनिकों के साथ प्रकाश पर्व 'दीपावली' मनाई. उन्होंने कहा, ''भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ कुछ क्षेत्रों में अपने संघर्षों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य वार्ता कर रहे थे.

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नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को असम के तेजपुर में जवानों के साथ दीपावली मनाई. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने दीपावली की पूर्व संध्या पर जम्मू और कुछ अग्रिम मोर्चों का दौरा किया, जहां वायु योद्धा तैनात हैं. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान इन स्थानों पर परिचालन संबंधी तैयारियों का विस्तृत अवलोकन किया और वहां तैनात वायु सेना कर्मियों और अग्निवीरों से बात की.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 30 अक्टूबर को असम के तेजपुर में सैनिकों के साथ प्रकाश पर्व 'दीपावली' मनाई. उन्होंने कहा, ''भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ कुछ क्षेत्रों में अपने संघर्षों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य वार्ता कर रहे थे. हमारे निरंतर प्रयासों के बाद हम आम सहमति पर पहुंचे हैं. आपके अनुशासन और साहस के कारण ही हमें यह सफलता मिली है. हम आम सहमति के आधार पर शांति बहाली की इस प्रक्रिया को जारी रखेंगे."

इस अवसर पर आयोजित बड़ाखाना के दौरान सैनिकों को संबोधित करते हुए सिंह ने कठिन परिस्थितियों में अग्रिम मोर्चे पर सेवा करने वाले सैनिकों की अटूट भावना, दृढ़ प्रतिबद्धता और उल्लेखनीय साहस की सराहना की और उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा का सच्चा स्रोत बताया. उन्होंने कहा कि राष्ट्र हमेशा उन सैनिकों का ऋणी रहेगा जो अद्वितीय बहादुरी और समर्पण के साथ मातृभूमि की सेवा करते हैं.

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रक्षा मंत्री ने कहा कि वैश्विक मंच पर देश के बढ़ते कद का श्रेय काफी हद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और सशस्त्र बलों की ताकत को जाता है. उन्होंने सैनिकों से लगातार विकसित हो रहे वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य से उत्पन्न होने वाले खतरों से निपटने के लिए सतर्क और तैयार रहने का आग्रह किया.

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वायु सेना प्रमुख ने जम्मू में वायु योद्धाओं से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए हर समय सतर्क और तैयार रहने के महत्व पर बल दिया. उन्होंने इन अग्रिम स्थानों पर समर्पण एवं निःस्वार्थ कर्तव्य के लिए वायु सेना कर्मियों की सराहना की.

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रक्षा मंत्रालय का कहना है कि त्योहार के मौसम में वायु सेना प्रमुख का दौरा सीमा पर तैनात सैनिकों के कल्याण एवं प्रेरणा के प्रति उनकी वचनबद्धता को प्रदर्शित करता है.

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