राजस्थान में मई में रिकॉर्ड 62.4 मिलीमीटर बारिश हुई जो रेगिस्तानी राज्य में इस महीने की यह बीते 100 साल की सबसे अधिक बारिश है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. विभाग का कहना है कि राज्य में मई में औसतन 13.6 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन इस बार, अनेक पश्चिमी विक्षोभों एवं अन्य कारणों के चलते आए दिन बूंदाबांदी से लेकर भारी बारिश होती रही. उसके अनुसार इस महीने में कुल 62.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो मई में पिछले 100 वर्षों में सर्वाधिक रही है.
मौसम विभाग के अनुसार मई में अब तक सर्वाधिक बारिश 1917 में 71.9 मिलीमीटर हुई थी. इसके अनुसार राज्य में मई के दौरान बरसात 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर इसकी लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 458 प्रतिशत रही है जो सामान्य से बहुत अधिक है.
आंकड़ो के अनुसार मई में वर्षा औसत से 358 प्रतिशत अधिक दर्ज की गई है. मई के दौरान वर्षा पूर्वी राजस्थान में इसके एलपीए का 428 प्रतिशत और पश्चिमी राजस्थान में इसके एलपीए का 481 प्रतिशत दर्ज की गई है.
विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कही पर भारी बारिश दर्ज की गई. पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन, वज्रपात, तेज झोंकेदार हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई
विभाग के मुताबिक इस दौरान हनुमानगढ़ के संगरिया में छह सेंटीमीटर, गंगानगर के करनपुर में चार सेंटीमीटर, सीकर के रामगढ शेखावाटी, फतेहपुर में चार-चार सेंटीमीटर, झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में चार सेंटीमीटर और अन्य अनेक स्थानों पर तीन सेंटीमीटर से एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.
राज्य के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया.
जयपुर मौसम केन्द्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार को एक बार पुनः बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन, तेज हवाएं/आंधी व हल्के से मध्यम बारिश की प्रबल संभावना है और दो जून को भी छिटपुट स्थानों पर आंधी बारिश दर्ज होने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि तीन चार जून को एक बार पुनः आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी तथा बीकानेर, जयपुर, अजमेर एवं भरतपुर संभाग के जिलों में तेज मेघगर्जन, तेज अंधड़ एवं तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है.
उन्होंने बताया कि आंधी बारिश की गतिविधियां राज्य के पश्चिमी, उत्तरी व पूर्वी भागों में आगामी 5-6 जून तक जारी रहने की संभावना है. शर्मा ने बताया कि 7-8 जून से आंधी बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है.