चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'का असर राजस्थान के कुछ इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. जालोर और बाड़मेर जिले में कई जगह भारी बारिश हुई है. राजस्थान मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने NDTV से खास बातचीत में कहा कि बृहस्पतिवार रात कुछ स्थानों पर 60-70 मिलीमीटर बारिश हुई है और आज भी इन दोनों जिलों और इनके आसपास के इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है.
राजस्थान मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने एनडीटीवी को बताया, "दक्षिण पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर, पाली, सिरोही और जालोर जिलों में अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अनुमान है. दक्षिण राजस्थान में भारी बारिश और डिप्रेशन मध्य राजस्थान की ओर बढ़ेगा. चक्रवात विक्षोभ में बदलेगा और राजस्थान में बारिश लाएगा. बाड़मेर में अब तक 70 एमएम बारिश हो चुकी है."
राधेश्याम शर्मा ने कहा, "राजस्थान के कुछ हिस्सों में जल जमाव और अचानक बाढ़ आने की उम्मीद है. हवा की गति 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है. राजस्थान में अगले 48 घंटे बारिश 200 मिमी को पार कर सकती है. ये उतनी बारिश है, जो पश्चिम राजस्थान में पूरे एक बरसात के सीजन में होती है."
विभाग ने चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए 16 जून को बाड़मेर व जालोर जिले के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसी के साथ जैसलमेर, जोधपुर, पाली, व सिरोही के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है. वही बीकानेर, राजसमंद, उदयपुर और डूंगरपुर जिले के कुछ हिस्सों मे भी मूसलाधार बारिश की हो सकती है.
मौसम विभाग ने राज्य में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की हैं वही दक्षिण राजस्थान में 16 जून को दोपहर तक 60 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से तेज हवायें चलने का अनुमान है. विभाग ने 17 जून को बाड़मेर और जोधपुर जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. इसी के साथ भीलवाडा, करौली, सवाईमाधोपुर, सीकर, टोंक, बीकानेर, नागौर में तेज गरज के साथ वर्षा और तेज हवाएं चलने का अनुमान है. इस बीच प्रशासन ने भारी बारिश से प्रभावित लोगों के बचाव के लिए जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की आठ और किशनगढ़, अजमेर में एनडीआरएफ की एक कंपनी को तैनात किया है.
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