राजस्थान में गहलोत सरकार ने हर जिले के दो मंदिरों में हनुमान जयंती के अवसर पर सुंदरकाण्ड का पाठ आयोजित किया. देवस्थान विभाग द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले सरकार की ओर से राम नवमी पर रामायण का पाठ करवाया गया था. कांग्रेस के ये धार्मिक आयोजन सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के रूप में देखे जा रहे हैं. बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की नीति पर काम करने का आरोप लगाया है.
देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि "आज हमारे देवस्थान के अधिकतर मंदिरों में सुंदरकाण्ड का पाठ करवाया जा रहा है. मुख्यमंत्री महोदय की भी सोच यही है कि हर प्राणी में ईश्वर मौजूद है. राजस्थान की जो योजनाएं हैं उनसे पीड़ितों की सेवा है...ईश्वर धरम सबसे बड़ा धरम है...हम तीर्थ यात्रा भी शुरू करने वाले हैं."
हाल ही में करौली में हुए दंगा फसाद के बाद कई संवेदनशील जिलों में धारा 144 लगाई गई है. करौली में दो अप्रैल को हिंदू नववर्ष के अवसर पर निकली रैली पर पथराव हुआ जिसके चलते सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया. अब त्यौहारों के सीजन में यात्रा निकालना, डीजे बजाना और झंडे लहराना, यह सब प्रशासन की निगरानी में ही होगा. लेकिन भाजपा कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रही है.
बीजेपी के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि " कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति पर काम कर रही है. वोट की राजनीति करती है ताकि बहुसंख्यक समाज खुश हो सके. हम सब जानते हैं कि करौली में क्या किया है इन लोगों ने. धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध लगाना गलत है. हनुमान जयंती पर पाठ स्वागत योग्य है लेकिन इनका एक ढकोसला है, झूठा है. यह सिर्फ वोट मांगने के लिए ही काम कर रहे हैं."
कांग्रेस के ये धार्मिक आयोजन सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के रूप में देखे जा रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि " हिन्दू, मुस्लिम कर दिया है देश के अंदर. हम हिन्दू नहीं हैं क्या? हिन्दू कौन नहीं है? हिन्दू होने का हमें गर्व है. अपने-अपने धर्म को सब मानो और दूसरे धर्म का सम्मान करो, ये सही बात है."
राजस्थान में चुनाव अगले साल होने हैं और ऐसे में जाति, वर्ग और धर्म की राजनीति अब तूल पकड़ती दिख रही है.