राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से दिल्ली में मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात के दौरान पार्टी आलाकमान ने राजस्थान में पायलट और गहलोत के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने पर भी चर्चा हुई. राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है. सीएम गहलोत के बाद सचिन पायलट भी कांग्रेस अध्यक्ष मिल्लाकर्जुन खरगे से मिलेंगे.
चुनाव से पहले विवाद का निपटारा चाहता है आलाकमान
इस मुलाकात से पहले सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान आज भी इतना मजबूत है कि कोई नेता यह कहने की हिम्मत नहीं कर सकता कि वह अपनी पसंद का पद लेगा या फिर पार्टी उसे मनाने के लिए पद की पेशकश करे. अशोक गहलोत का यह जवाब पत्रकारों के उस सवाल के जवाब में आया, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या सचिन पायलट को मनाने के लिए आलाकमान की ओर से कथित तौर पर पद की पेशकश की गई है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच जारी विवाद को खत्म करने की कोशिशों में जुटा है.
‘जन संघर्ष यात्रा' निकालकर पायलट ने बढ़ाई भी दिक्कत
बता दें कि हाल ही में ‘जन संघर्ष यात्रा' निकालने वाले पायलट ने मई के अंत तक उनकी मांगें नहीं मानने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. जयपुर में अपनी पांच दिवसीय ‘जन संघर्ष यात्रा' का समापन करते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर निशाना साधा था. सचिन पायलट ने तीन मांगें रखी थीं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच जैसी मांगे शामिल थीं.