राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र से मुलाकात की. लोकसभा की 25 सीटों में से 11 सीटों पर हार के कारणों पर उन्होंने पीएम को रिपोर्ट सौंपी. इसमें बताया गया है कि नेताओं की गुटबाजी, संगठन की निष्क्रियता, गलत टिकट वितरण और जातीय समीकरणों को साधने में नाकामी के कारण भाजपा को नुकसान झेलना पड़ा. लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद भजनलाल शर्मा की पीएम से ये पहली मुलाकात है. मुलाकात के दौरान राजस्थान के बजट को लेकर भी चर्चा हुई है.
2014 और 2019 में राजस्थान की 25 में से 25 सीटें जीतने वाली भाजपा को 2024 के चुनाव में बड़ा झटका लगा है. भाजपा को 25 में से 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. वह भी तब जब लोकसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को भाजपा ने बुरी तरह पराजित किया था. इसके बाद पार्टी ने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री के रूप में चुना. सभी को उम्मीद थी कि राजस्थान फिर भाजपा को 25 में से 25 सीटें देगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यही कारण है कि पार्टी में इसे लेकर मंथन चल रहा है और आज मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को हार के कारणों की रिपोर्ट सौंप दी.
भजन लाल शर्मा ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद केन्द्रीय मंत्रियों मनोहर लाल खट्टर, भूपेन्द्र यादव, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा और हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की. मनोहर लाल खट्टर से उन्होंने राजस्थान से जुड़े विकास व विद्युत क्षेत्रों में ऊर्जा के नए स्रोतों की बढ़ोतरी, आधुनिकीकरण और नवीन टेक्नोलॉजी के उपयोग सहित विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की. भूपेन्द्र यादव से राजस्थान के कल्याण और विकास कार्यों व पर्यावरण तथा जलवायु से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर सकारात्मक चर्चा की. इसके साथ ही राजस्थान के आगामी बजट 2024-25 को लेकर भी बात की. जेपी नड्डा से अपने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण करने को लेकर चर्चा की. हरदीप पुरी से बाड़मेर रिफाइनरी एवं उसके पास औद्योगिक क्षेत्र के विकास को लेकर बात हुई. वहीं निर्मला सीतारमण से भजनलाल ने बजट पर सलाह ली.