आबूरोड (राजस्थान): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की नीति और आतंकवादियों के खिलाफ नरम रूख अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ने दशकों तक जिस प्रकार की राजनीति की है उसमें दलित, पिछड़े एवं आदिवासी समाज का सबसे अधिक अहित हुआ है. इसके साथ ही मोदी ने राजस्थान में कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां मुख्यमंत्री को अपने विधायकों पर और विधायकों को अपने मुख्यमंत्री पर भी भरोसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से राजस्थान में राजस्थान में राजनीतिक लड़ाई का भद्दा रूप देखा गया है जहां कुर्सी लूटने और कुर्सी बचाने का ही खेल चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां भारतीय जनता पार्टी की एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. आबूरोड (राजस्थान) में भारतीय जनता पार्टी एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था पूरी तरह तबाह हो चुकी है.
जयपुर शहर में 2008 में हुए सीरियल बम धमाकों का जिक्र करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने मामले में मजबूती से पैरवी नहीं की जिससे आरोपी बरी हो गए. इन धमाकों में 71 लोगों की जान चली गई थी और 185 अन्य घायल हो गए थे. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दो दिन बाद 13 मई को जयपुर बम धमाकों की बरसी है. जयपुर में सीरियल ब्लास्ट कर आतंकियों ने हमसे अनेक परिजन छीन लिए, आज भी उनके परिवार इस उम्मीद के साथ जी रहे हैं कि एक न एक दिन उन्हें न्याय मिलेगा लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने वही किया, जिसके लिए वह कुख्यात रही है, उसका इतिहास-कारनामे कुख्यात रहे हैं.'
उन्होंने कहा,'कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए हमेशा आतंकियों पर नरम रुख अपनाया है, कांग्रेस आतंकी विचारधारा के साथ खड़ा होने का कोई मौका नहीं चूकती. इसी सोच की वजह से राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जयपुर बम धमाके के केस में कमजोर पैरवी की, इसके कारण धमाकों के आरोपी छूट गए.' मोदी ने कहा, 'कांग्रेस अब लीपापोती की चाहे जितनी कोशिश करे, लेकिन उसकी सच्चाई पूरे देश के सामने आ चुकी है.'
मोदी ने कहा, 'जब देश में कोरोना महामारी आई तब भी कांग्रेस ने अफवाह फैलाने की कोशिश की, टीके के मुद्दे पर लोगों को भड़काया, कांग्रेस चाहती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो और वह मौके की तलाश में थे कि मोदी की गर्दन कैसे पकडें. लेकिन मोदी इन लोगों की धमकियों और साजिशों के आगे न झुका है, न झुकता है. अगर मोदी झुकता है तो इन 140 करोड़ देशवासियों के सामने झुकता है. आप ही मेरे मालिक हैं.'
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा, 'कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का परिणाम राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है. आप पिछले पांच वर्षों से राजस्थान में राजस्थान में राजनीतिक लड़ाई का भद्दा रूप देख रहे हैं.'
उन्होंने कहा, ' जनता के हित के बजाय यहां कुर्सी लूटने और कुर्सी बचाने का ही खेल चल रहा है. यह कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है, यह कैसी सरकार है जहां विधायकों को अपने मुख्यमंत्री पर भी भरोसा नहीं है. सरकार के भीतर सब एक दूसरे को अपमानित करने की होड़ लगाए बैठे हैं.'
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने रविवार कहा कि वह कुछ कांग्रेस विधायकों द्वारा 2020 की 'बगावत' के समय उनकी सरकार इसलिए बच गई क्योंकि भाजपा नेता वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने की साजिश का समर्थन करने से इनकार कर दिया था. इसके दो दिन बाद, पायलट ने कहा कि गहलोत की टिप्पणी से यह स्पष्ट हो गया है कि उनकी सरकार पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.
कानून-व्यवस्था के मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए, उन्होंने कहा, 'कांग्रेस शासन में, राजस्थान में कानून-व्यवस्था पूरी तरह तबाह हो चुकी है. जिस राजस्थान में गंभीर अपराध सुनने में कम ही आते थे, वहां अब अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं और अपने वोट बैंक की गुलामी कर रही कांग्रेस कुछ लोगों की तुष्टिकरण करने के लिए कार्रवाई करने से भी डर रही है.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस सरकार के इस रवैये की सबसे बड़ी कीमत राजस्थान की माताओं, बहनों और बेटियों का चुकानी पड़ी है. राजस्थान में महिलाओं से जुड़े अपराध चरम पर हैं. यहां तीज-त्योहार भी शंका-आशंका के बीच मनाने पड़ते हैं.' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने दशकों तक जिस प्रकार की राजनीति की उसमें दलित, पिछड़े एवं आदिवासी समाज का सबसे अधिक अहित हुआ है.'
आदिवासी समाज ने तो वर्षों तक कांग्रेस पर भरोसा किया, लेकिन क्या मिला. सिर्फ अभाव, असुविधा और अवसरहीनता. सिरोही, जैसलमेर, करौली, बारां हो, इन जिलों में कांग्रेस के कुशासन के कारण विकास नहीं हुआ. कांग्रेस ने जिलों को पिछड़ा घोषित कर पल्ला झाड़ लिया था.'
उन्होंने कहा कि बीते दशकों में कांग्रेस और उसके जैसी सोच वाले दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर भी देशवासियों से विश्वासघात किया है. आजादी के बाद से ही सबसे अधिक पार्टिया सामाजिक न्याय के नाम पर बनी. सामाजिक न्याय का नारा लगाकर बनी लेकिन पार्टियों ने देश, समाज को क्या दिया.. इन्होंने देश को सिर्फ और सिर्फ जातिवाद दिया, घोर परिवारवाद दिया, और भ्रष्ट इको सिस्टम दिया.
उन्होंने कहा ‘‘ जब ये दल सत्ता में आते है तो अपनी वोट बैंक की भलाई के लिये समाज के नाम पर जो वोट बैंक बनाई है उसके नाम पर आते है.. लेकिन उनका भला नहीं करते है.. भावनाएं भडकाते है.. भला सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के हित साधने में लग जाते है.''
मोदी ने कहा जिस समाज को ये अपना वोट बैंक बनाते है उसको तो और भी नुकसान हो जाता है.. एक तो उनको कुछ मिलता नहीं .. कोई कुनबा ही खा जाता है.. लेकिन लोगो को लगता है इन्ही को मिल रहा है.. तो बाकी समाज भी उनके प्रति उनकी सद्भावना कम होने लगी है तो समाज में भी तनाव पैदा हो जाता है. उन्होंने कहा ‘‘ जो भी इन राजनीतिक पार्टियों का वोट बैंक बना उसका विकास रुक गया. सही विकास के लिये वोट बैंक बनने की गलती मत कीजिए.. अच्छा होगा कि आप कर्तव्यनिष्ठ वोटर बनें.''
मोदी ने कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ' अभियान को आजाद भारत के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया. उन्होंने कहा,'आजाद भारत के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला, सबसे बड़ा फ्रॉड, एक जबरदस्त धोखा जनता की भावनाओं पर... 50 साल पहले हुआ था. ये फ्रॉड था, कांग्रेस द्वारा 50 साल पहले देश में गरीबी हटाओ की गारंटी दी थी.' मोदी ने कहा,'कांग्रेस की हर गारंटी के साथ कांग्रेस के नेता और अमीर हो जाते हैं और देश का नागरिक और गरीब हो जाता है.'
उन्होंने कहा 2014 के बाद से भाजपा सरकार ने कांग्रेस के इस सबसे बड़े फ्रॉड की सच्चाई देश के सामने रखी. उन्होंने दावा किया कि बीते नौ वर्षो में भाजपा सरकार ने गरीब कल्याण के जो काम किये है वो अब तक देश में जितनी भी कांग्रेस सरकार बनी है वो उनके काम से ज्यादा है. सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी व बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
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