करौली हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहे भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या को अन्य बीजेपी नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया है. सूर्या के साथ भाजपा राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया और कई समर्थक भी पीड़ितों से मिलने जा रहे थे. उन्हें पुलिस ने दौसा सीमा पर रोका. बता दें कि पूर्वी राजस्थान के करौली शहर में 2 अप्रैल को दो समुदायों के बीच झड़पें हुईं और पथराव किया गया. इस दौरान कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ भी की गई. हिंसा में 11 लोग घायल हो गए. इस झड़प में 8 पुलिसकर्मियों की भी जख्मी होने की सूचना है. क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है और 44 लोगों की पहचान की गई है. साथ ही हिंसा के लिए 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.
भीड़ को संबोधित करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर करौली जाएंगे. हम शांति से जाने की कोशिश करेंगे. अगर पुलिस हमें रोकने की कोशिश करती है, तो हम सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देंगे. वहीं प्रशासन ने भीड़ को अंदर जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए हैं. गौरतलब है कि सूर्या ने इससे पहले एक तस्वीर ट्वीट कर अपनी यात्रा की घोषणा की थी और लोगों से वहां पहुंचने का आह्वान किया था.
गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस ने आरोप लगाया है कि डीजे पर जोरदार भड़काऊ नारे लगाए जाने से मारपीट हुई. वहीं भाजपा का मानना है कि जुलूसों से पहले छतों पर पत्थर रखे गए थे और पथराव पूर्व नियोजित था. बीजेपी ने गहलोत सरकार पर हिंदू जुलूसों पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया है. उन्होंने गहलोत सरकार पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया.
वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने का आरोप लगाया है. सरकार ने इस मामले पर कुल 9 प्राथमिकी दर्ज की है. साथ ही 23 लोगों को गिरफ्तार किया है
भाजपा ने कहा है कि जो लोग घायल हुए हैं उन्हें इलाज के बदले जेल ले जाया गया.