अपने बयानों के कारण कई बार विवादों में रह चुके भाजपा नेता व पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ‘लिंचिंग' पर अपने एक बयान को लेकर शनिवार को फिर से विवाद में घिर गए. आहूजा के बयान को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि इससे पार्टी का ‘कट्टरता वाला असली' चेहरा सामने आ गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो कथित रूप से शुक्रवार का है, जब आहूजा गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल सैनी के परिवार से मिलने गए थे. कुछ लोगों ने ट्रैक्टर चोरी के संदेह में 14 अगस्त को सब्जी विक्रेता चिरंजीलाल को बुरी तरह पीटा जिसके कारण उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
वहीं, शनिवार को सोशल मीडिया पर आए वीडियो में आहूजा गोविंदगढ़ के एक कार्यक्रम में बैठे दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘सब लोग बैठे हैं गोविंदगढ़ के, आंदोलन चलाना चाहिए, जबरदस्त चलाना चाहिए.'' बीच में एक अन्य व्यक्ति कह रहा है, ‘‘बड़ा आंदोलन करने से ही दबाव बनेगा और यह कोई पहली घटना नहीं है.'' इस पर आहूजा बीच में टोकते हुए कहते हैं, ‘‘नहीं, अब तक तो पांच हमने मारे हैं... चाहे लालवंडी में मारा, बहरोड़ में मारा... ये इस एरिया में पहली बार हुआ है. वरना मैंने तो कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी है कि मारो... जो गोकशी या गो तस्करी करता मिले. बरी भी करवाएंगे, जमानत भी करवाएंगे. आंदोलन चलाने के लिए रूपरेखा बनानी पड़ती है.''
शनिवार को वीडियो वायरल होने के बाद उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए के तहत सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का आरोप लगाया गया है. वहीं भाजपा नेता वायरल वीडियो पर कांग्रेस भी हमलावर हो गई है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आहूजा का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया है.
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वहीं, भाजपा की अलवर इकाई ने कहा कि यह उनके निजी विचार हैं. भाजपा के अलवर दक्षिण प्रमुख संजय सिंह नरुका ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "पार्टी की यह सोच नहीं है. " उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि कि वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक स्थानीय नेता के साथ बैठे थे, जिन्होंने चिरंजीलाल सैनी की हत्या के विरोध में आंदोलन शुरू करने का सुझाव दिया था. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा कि आंदोलन के लिए रणनीति बनानी होगी. मैंने उन्हें यह भी बताया कि गायों की तस्करी करने वाले पांच ‘मेव' मुस्लिम लोगों को हमारे कार्यकर्ताओं ने पीटा था. यह ‘मेव' लोग हैं जो गौ तस्करी और गोकशी करते हैं. चूंकि हिंदुओं में गायों के प्रति श्रद्धा की भावना है, इसलिए वे ऐसे तस्करों को निशाना बनाते हैं.''
आहूजा ने कहा कि अपने कार्यकर्ताओं का बचाव करना उनका कर्तव्य है और मामले में फैसला तो अदालत को करना है. वहीं भाजपा ने आहूजा के बयान से खुद को अलग करते हुए इसे आहूजा की निजी राय बताया है.
उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में अलवर में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जहां गौ तस्करी के आरोप में गौ रक्षकों ने समुदाय विशेष के लोगों पर हमला किया. ऐसी ही एक घटना में, एक अप्रैल 2017 को बहरोड़ में 55 वर्षीय पहलू खान की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी. इसी तरह, एक अन्य व्यक्ति रकबर (उर्फ अकबर) खान को 20 जुलाई 2018 को गौ तस्करी के संदेह में अलवर के रामगढ़ क्षेत्र के लालवंडी गांव के पास कुछ लोगों ने रोका और मारपीट की जिससे उसकी मौत हो गई.