जिस राजा की हत्या करवाई उसी के अंतिम संस्कार में क्यों पहुंचा था राज?

राजा रघुवंशी का परिवार ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है. सोनम से उसकी शादी 11 मई को हुई थी और फिर दोनों 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय गये थे.

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इंदौर (मप्र):

राजा रघुवंशी हत्याकांड का एक आरोपी राज कुशवाहा सोनम के पड़ोसियों को राजा के अंतिम संस्कार में भी ले गया था. हालांकि अब वो मेघालय पुलिस की गिरफ्त में है. इस वाकये के एक चश्मदीद ने इसकी जानकारी दी है. वहीं मेघालय पुलिस का कहना है कि राज्य में हनीमून के दौरान ट्रांसपोर्ट कारोबारी 29 साल के राजा रघुवंशी की हत्या में उसकी पत्नी सोनम कथित रूप से शामिल थी, जिसने वहां भाड़े के हत्यारे बुलाए थे.

25 साल की सोनम ने सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जबकि रात भर की छापेमारी के बाद तीन आरोपियों को इंदौर और इसके आसपास से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों की पहचान राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत के रूप में हुई है.

सोनम का मायका इंदौर के गोविंद नगर खारचा इलाके में है. वह फर्नीचर में इस्तेमाल आने वाली सनमाइका शीट के कारोबार के पारिवारिक प्रतिष्ठान से जुड़ी है. आरोपियों में शामिल कुशवाह इस प्रतिष्ठान में काम करता है.

लोगों को राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार में ले गया था राज कुशवाहा

सोनम के मायके के पास रहने वाले लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि मेघालय से राजा रघुवंशी का शव जब चार जून को यहां पहुंचा था, तब सोनम के परिवार ने अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों के लिए चार-पांच गाड़ियों की व्यवस्था की थी.

उन्होंने बताया, "मैं जिस चारपहिया गाड़ी में बैठकर अंत्येष्टि स्थल गया, उसे कुशवाह चला रहा था. हालांकि, तब मेरी उससे कुछ खास बातचीत नहीं हुई थी. राजा रघुवंशी हत्याकांड में उसकी गिरफ्तारी के बाद जब मैंने मीडिया में उसकी फोटो देखी, तब मुझे याद आया कि यही व्यक्ति मुझे अंत्येष्टि स्थल तक ले गया था."

सोनम के पिता ने अपनी बेटी को बताया बेगुनाह

इससे पहले, सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने अपनी बेटी को बेगुनाह बताते हुए इस हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने कहा, "कुशवाह का नाम मेरी बेटी सोनम के साथ गलत तरह से जोड़ा जा रहा है. मेघालय पुलिस अपनी खाल बचाने के लिए मेरी बेटी पर झूठे आरोप लगा रही है. मैं मेघालय पुलिस को कानूनी नोटिस भेजूंगा. मैं चाहता हूं कि सीबीआई पूरे मामले की जांच करे."

चश्मदीदों ने सोमवार रात की स्थिति के मुताबिक बताया कि सोनम के मायके के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और उसके घर का दरवाजा लम्बे वक्त से अंदर से बंद है.

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इस बीच, यहां सहकार नगर में राजा रघुवंशी के घर के बाहर स्थानीय लोगों ने सोनम की तस्वीर जलाकर राजा रघुवंशी की हत्या पर आक्रोश जताया. प्रदर्शनकारियों ने रघुवंशी के घर के बाहर लगाये गए उस विशाल बैनर को भी आग के हवाले कर दिया, जिसमें उसकी हत्या की सीबीआई जांच की मांग की गई थी.

मेघालय में रघुवंशी का शव मिलने के बाद लगाये गये इस बैनर पर लिखा था, "केंद्र सरकार और राज्य सरकार से राजा की आत्मा करे पुकार-मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया है. सीबीआई से कराई जाए जांच." बैनर पर राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी सोनम की शादी तस्वीरें भी छापी गई थीं.

23 मई को मेघालय में लापता हो गया था राजा रघुवंशी

अधिकारियों ने बताया कि मेघालय में हनीमून मनाने गए राजा रघुवंशी और सोनम 23 मई को लापता हो गये थे. उन्होंने बताया कि राजा रघुवंशी का शव दो जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र (जिसे चेरापूंजी भी कहा जाता है) में एक झरने के पास गहरी खाई में मिला था.

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राजा रघुवंशी का परिवार ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है. सोनम से उसकी शादी 11 मई को हुई थी और फिर दोनों 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय गये थे. अधिकारियों ने बताया कि मेघालय पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) राजा रघुवंशी की हत्या के मामले की विस्तार से तहकीकात कर रहा है.

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