महाराष्ट्र (Maharashtra) के कोंकण (Konkan) इलाके में खास तौर पर रत्नागिरी और रायगढ़ में बारिश ने कहर बरपा कर रखा है. लगातार हो रही है बारिश से रत्नागिरी के चिपलून और खेड़ तो रायगढ़ जिले के महाड में बाढ़ आ गई है. हालात इतने खराब हो गए हैं कि NDRF के साथ कोस्टगार्ड की भी मदद लेनी पड़ रही है. इगतपुरी में कसारा घाट पर चट्टान खिसकने और तेज बारिश से मध्य रेल की पटरी तक बह गई, मुंबई से सटे कल्याण और भिवंडी को भी बारिश के पानी ने अपनी आगोश में ले लिया.
चिपलून में पानी में डूबी बसें.
रत्नागिरी का चिपलून शहर लगातार हो रही बारिश से डूब गया है. सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं. जो जहां था, वहीं फंस गया. वशिष्ठी नदी ने पूरे शहर को अपने आगोश में ले लिया है. वहां फंसे करीब पांच हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए NDRF के साथ कोस्ट गार्ड की भी मदद लेनी पड़ी.
रत्नागिरी जिले के ही खेड़ में भी जगबुड़ी नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर पहुंच गई है. महाड में सावित्री नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बहकर सब कुछ डुबा रही है. महाड और खेड में भी NDRF और कोस्टगार्ड की मदद लेनी पड़ रही है.
चिपलून में बाढ़ में डूबे मकान.
रत्नगिरी और रायगढ़ में पानी भरने से जहां मुंबई-गोवा महामार्ग बंद हो गया तो इगतपुरी के कसारा घाट में भारी बारिश से कहीं चट्टानें खिसकी तो कहीं रेल की पटरी बह गई. नतीजा मध्य रेलवे पर टिटवाला से इगतपुरी तक और अंबरनाथ से लोनावाला तक घंटों रेल यातायात बंद रहा.
मुंबई से सटे कल्याण, भिवंडी, बदलापुर और आसपास के इलाकों में तेज बारिश ने सब कुछ डूब गया. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों के साथ बैठक करके स्थिति की जानकारी ली और राहत कार्य मे तेजी लाने का आदेश दिया है.
मुंबई से सटे आसपास के इलाकों में भारी बारिश जहां एक तरफ वहां के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी है वहीं मुंबई के लिए राहत बनकर आई है क्योंकि मुंबई में पीने का पानी देने वाले तालाब तेजी से भर रहे हैं. BMC के मुताबिक आठ में से चार तालाब पूरे भर चुके हैं.