कश्मीर घाटी में रेल पहुंचने पर कितने खुश लोग, रेल मंत्री ने NDTV का वीडियो शेयर कर बताया

रेल मंत्री ने एनडीटीवी जो वीडियो शेयर किया है, उसे देख समझा जा सकता है कि चिनाब ब्रिज के जरिए घाटी के रेल नेटवर्क जुड़ना कश्मीरियों के लिए क्यों नई लाइफलाइन है.

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नई दिल्ली:

पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर की चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे पुल ‘चिनाब ब्रिज' को जब देश को समर्पित किया तो हर भारतीय का सदियों पुराना सपना साकार हो गया. इस पुल न केवल कश्मीर घाटी को पूरे भारत से जोड़ दिया, बल्कि धरती के स्वर्ग में व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास के लिए नया रास्ता खोल दिया. चिनाब ब्रिज के खुलने से न सिर्फ लोगों का सफर सुहाना हुआ बल्कि वो इंतजार की घड़ियां भी खत्म हो गई, जिसकी हर भारतवासी लंबे समय से बाट जो रहा था. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स अकाउंट पर एनडीटीवी का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें बुजुर्ग शख्स चिनाब ब्रिज शुरू होने पर अपनी खुशी का इजहार एनडीटीवी संग कर रहे हैं. रेल मंत्री ने जो वीडियो शेयर किया है, उसे देख समझा जा सकता है कि चिनाब ब्रिज के जरिए घाटी के रेल नेटवर्क जुड़ना कश्मीरियों के लिए क्यों नई लाइफलाइन है.

एनडीटीवी संग खुशी जाहिर करते हुए भावुक हुए बुजुर्ग

एनडीटीवी रिपोर्टर संग अपनी खुशी जाहिर करते हुए ट्रेन में बैठे बुजुर्ग शख्स ने कहा कि बहुत लंबे वक्त से इसका इंतजार था, ये तो कश्मीरियों के लिए एक गिफ्ट है जो हमें पीएम मोदी ने दिया है. अपनी खुशी को जाहिर करते हुए बुजुर्ग शख्स भावुक भी हो गए और कहने लगे कि मैं अपनी भावनाएं जाहिर नहीं कर पा रहा हूं. मैं इसलिए जज्बाती हो रहा हूं क्योंकि इसमें सफर करना हमारा ख्वाब है. यहां तक अंग्रेज भी ये काम नहीं कर सके, जो पीएम मोदी ने किया है. जय हिंद...ये ऐसी फीलिंग है जिसे शब्दों में बयां ही नहीं किया जा सकता है. इन पहाड़ियों में, क्योंकि हमने कभी ऐसा सोचा ही नहीं था कि एक दिन हम ट्रेन से कश्मीर जाएंगे. कश्मीर देश के रेल नेटवर्क से सीधा जुड़ जाएगा. ये बहुत अच्छा काम है, वो पुराने दिन गए और नया दौर है. कश्मीर हमारा ताज है और ये बरकरार रहना चाहिए.

भारत की इंजीनियरों की बेजोड़ कारीगरी का अद्भुत नमूना

‘चिनाब रेल ब्रिज' को इंजीनियरिंग का एक आधुनिक चमत्कार कहा जाए तो गलत नहीं होगा. जम्मू और कश्मीर में स्थित यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है. ये ब्रिज मॉडर्न जमाने में भारत की इंजीनियरों की बेजोड़ कारीगरी का अद्भुत नमूना है. यह ब्रिज पेरिस के मशहूर एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है और दिल्ली की मशहूर कुतुब मीनार से लगभग 287 मीटर ऊंचा है. ‘चिनाब रेल ब्रिज' नदी के तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. 272 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग में 1315 मीटर का यह ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है. इस पुल का निर्माण 1486 करोड़ की लागत से किया गया है. यह 266 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति का सामना कर सकता है. साथ ही यह ब्रिज भूकंपीय क्षेत्र पांच में स्थित है और रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता के भूकंप को सहने में सक्षम है.

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