- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत ट्रेनों में स्थानीय भोजन सेवा शुरू करने की योजना पर चर्चा की है
- भारतीय रेलवे ने फर्जी पहचान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 3.03 करोड़ फर्जी अकाउंट बंद कर दिए हैं
- रेलवे ने संदिग्ध यूजर आईडी की जांच कर 3.02 करोड़ से अधिक आईडी को बंद किया और एंटी-बॉट तकनीक का उपयोग कर रहा है
वंदे भारत ट्रेनों को लेकर सरकार ने एक नई योजना बनाई है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को रेल भवन में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में इन ट्रेनों में स्थानीय भोजन उपलब्ध कराने की योजना पर चर्चा की. इस दौरान रेल मंत्री ने कहा कि स्थानीय भोजन की सेवा यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगी, क्योंकि इससे उन्हें यात्रा करते समय उस क्षेत्र के स्वाद और संस्कृति का अनुभव मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह सुविधा भविष्य में सभी ट्रेनों में धीरे-धीरे लागू की जाएगी.
अब तक 3.03 करोड़ फर्जी अकाउंट्स को बंद किया जा चुका है. साथ ही 2.7 करोड़ यूजर आईडी को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है, क्योंकि वे संदेहास्पद गतिविधियों में शामिल थे.
इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री ने संसद में बताया था कि ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग में धोखाधड़ी को रोकने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अब आधार-आधारित ओटीपी प्रणाली लागू की गई है. यह प्रणाली 322 ट्रेनों में चालू हो चुकी है, जिससे तत्काल टिकट की पुष्टि का समय लगभग 65 प्रतिशत बढ़ गया है.
रेल मंत्री ने आगे बताया कि यूजर अकाउंट की पुन: सत्यापन और जांच की प्रक्रिया की गई है. अब तक 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को 2025 जनवरी से बंद किया जा चुका है. अकामाई जैसे एंटी-बॉट समाधानों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे फर्जी यूजर्स को अलग कर सही यात्रियों के लिए बुकिंग को आसान और स्मूथ बनाया जा सके.













