कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन की गिरफ्तारी के बाद भी ठिकानों पर छापेमारी जारी है. जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम अभी भी पीयूष जैन के कन्नौज के घर में मौजूद है. लगातार छह दिन से कार्रवाई जारी है. पीयूष जैन के कन्नौज के पैतृक आवास समेत कुछ अन्य ठिकानों पर जीएसटी की रेड कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, पीयूष जैन के कन्नौज में 3 घर हैं. वहां से भी करोड़ों की नकदी मिली है. अब तक कुल 200 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद होने की जानकारी है.
छापेमारी में अधिकारियों को सोने के 23 बिस्कुट मिले हैं, जिनका वजन 23 किलो है. इनको लेकर शक है कि ये बिस्कुट दुबई से आये हैं. दुबई में गोल्ड पर टैक्स नहीं है, इसलिये वहां से गोल्ड की तस्करी सबसे ज्यादा होती है. डीआरआई की टीम अब पता लगाएगी कि ये सोना कहां से आया है? क्या ये सोना तस्करी कर लाया गया है? क्या इसके पीछे कोई गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट है? क्या इस सोने पर कस्टम ड्यूटी चुकाई गई है? पीयूष जैन से ये सोना किससे खरीदा?
जानें कौन हैं Piyush Jain, जिनके घर से रेड में मिली अकूत दौलत, आज भी चलते हैं पुराने स्कूटर से
दर्ज हो सकता है मनी लॉन्ड्रिंग केस
जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी पीयूष जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज कर सकती है. ED की लखनऊ यूनिट पीयूष जैन के घर से बरामद अकूत प्रॉपर्टी के दस्तावेज की जांच कर रही है. बैंक अकाउंट को खंगाल रही है. मनी ट्रेल को पता लगाया जा रहा है. GST ने जिन सबूतों के आधार पर पीयूष जैन को गिरफ्तार किया है उन सबूतों को भी ईडी अपनी जांच का हिस्सा बनाएगी.
छापेमारी में 200 करोड़ की बरामदगी के बाद कानपुर के बिजनेसमैन पीयूष जैन गिरफ्तार
कौन हैं पीयूष जैन?
पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपट्टी मोहल्ले का रहने वाला है. वो कन्नौज में आज भी अपने पुराने स्कूटर से चलते हैं. उनके कन्नौज के घर में एक पुरानी क्वालिस और एक मारुति कार है. वो बहुत ही साधारण आम आदमी की तरह रहते हैं और मोहल्ले में भी किसी से ज्यादा बात नहीं करते हैं. लोगों के मुताबिक, पीयूष के पिता महेश चंद्र जैन पेशे से केमिस्ट हैं. महेश से ही उनके बेटों पीयूष और अंबरीष ने इत्र और खाने-पीने की चीजों में मिलाए जाने वाले एसेंस बनाने का तरीका सीखा.
उत्तर प्रदेश में छापेमारी में 194 करोड़ कैश और 23 किलो सोना बरामद