राहुल vs अमित शाहः इस्लाम में 'अभय मुद्रा' और चैलेंज की इनसाइड स्टोरी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘डरना-डराना, भय फैलाना भारत की आत्मा के खिलाफ है. हमारे सभी धर्म भी यही सिखाते हैं - डरो मत, डराओ मत. विपक्ष के नेता के रूप में मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं अपनी निजी आकांक्षाओं और विचारों से पहले ‘इंडिया’ गठबंधन की संयुक्त आवाज़ को सदन के समक्ष रखूं.’’

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भाजपा नेताओं ने हिन्दुओं को लेकर की गई टिप्पणी के लिए राहुल की आलोचना की
नई दिल्ली:

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर देश में हिंसा, नफरत तथा डर फैलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि ‘‘ये लोग हिंदू नहीं हैं'', जिस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने जोरदार तरीके से विरोध जताया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत गंभीर विषय है. राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए यह भी कहा कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता.

उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सदस्य ने भाजपा पर युवाओं, छात्रों, किसानों मजदूरों, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अल्पसंख्यकों, मुसलमानों, सिखों एवं ईसाइयों को डराते हैं, उन हमला करते हैं और उनके खिलाफ नफरत फैलाते हैं, लेकिन अल्पसंख्यक इस देश के साथ चट्टान की तरह मजबूती से खड़ा रहा है और उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है.

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राहुल गांधी मांगे माफी- अमित शाह

लोकसभा में कल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने जब यह आरोप लगाया कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा और नफरत की बातें करते हैं. राहुल गांधी के बयान पर तुरंत कड़ा ऐतराज जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि करोड़ों लोग अपने आपको गर्व से हिंदू कहते हैं. हिंसा की भावना को धर्म के साथ जोड़ना गलत है और राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के भाषण के दौरान बीच-बीच में कई बार खड़े होकर सदन में झूठ और गलत बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सदन झूठ बोलने की जगह नहीं है. अमित शाह ने राहुल गांधी से सदन, अग्निवीरों, हिंदू समाज और देश से माफी मांगने की मांग की.

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गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वे हिंसा करते हैं. इनको मालूम नहीं है कि करोड़ों लोग अपने आप को गर्व से हिंदू कहते हैं, क्या वे सभी लोग हिंसा करते हैं। उन्हें (राहुल) माफी मांगनी चाहिए.'' उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आपातकाल में पूरे देश को भयभीत किया गया. आपातकाल के समय वैचारिक आतंक था. दिल्ली में हजारों सिख भाइयों का कत्लेआम उनके (कांग्रेस) शासनकाल में हुआ.''

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इस पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं है. आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है. ये ठेका भाजपा का नहीं है.'' सदन में भारी शोर-शराबे के बीच बिरला ने राहुल गांधी से कहा कि उन्हें सदन में अपनी बात रखते समय पूरा ध्यान रखना चाहिए.

नेता प्रतिपक्ष ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है. उनका कहना था, ‘‘भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत.'' उन्होंने भगवान शिव की ‘अभय मुद्रा' का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सभी धर्मों में यह मुद्रा नजर आती है.

राहुल इस्लाम के विद्वानों का मत जरूर लें- अमित शाह

राहुल गांधी ने कहा कि इस्लाम में दुआ मांगी जाती है, तो दोनों हाथों से...दाएं हाथ से अभय मुद्रा दिखाई देती है. राहुल के इस बयान पर अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी इस्लाम में अभय मुद्रा पर, इस्लाम के विद्वानों का मत एक बार जरूर लें.. राहुल गांधी ने अयोध्या में भाजपा की हार का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने भाजपा को एक संदेश दिया है.

अमित शाह ने की राहुल के भाषण के सत्यापित की मांग

राहुल गांधी के भाषण के समाप्त होने के बाद एक बार फिर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से यह मांग की कि वह नियमों के मुताबिक राहुल गांधी से अपने भाषण को सत्यापित करने को कहें क्योंकि कई मंत्रियों ने कहा है कि राहुल गांधी के भाषण में सही तथ्य नहीं हैं. स्पीकर ने राहुल गांधी को अपने भाषण को सत्यापित करने का निर्देश भी दिया. (भाषा और IANS इनपुट के साथ)

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