कोविड महामारी के दौरान बीजेपी द्वारा सकारात्मक बातों पर जोर देने की कवायद को लेकर राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार प्रहार किया है. कोविड को लेकर सरकार के खिलाफ अपना आक्रामक रवैया जारी रखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि सकारात्मक सोच की झूठी तसल्ली स्वास्थ्य कर्मचारियों व उन परिवारों के साथ मज़ाक़ है जिन्होंने अपनों को खोया है और ऑक्सीजन-अस्पताल-दवा की कमी झेल रहे हैं. बकौल राहुल गांधी, रेत में सर डालना सकारात्मक नहीं, देशवासियों के साथ धोखा है. राहुल गांधी ने ट्वीट के साथ एक खबर का लिंक भी स्क्रीन शॉट भी शेयर किया है जहां दावा किया जा रहा है कि देश में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए सरकार निगेटिव रिपोर्ट की संख्या ज्यादा दिखाएगी.
राहुल गांधी कोविड काल को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए हैं. सोमवार को उन्होंने मोदी सरकार पर ‘सेंट्रल विस्टा' परियोजना को लेकर निशाना साधा था. उन्होंने सीधे पीएम मोदी पर वार करते हुए कहा था कि उनको अपने उस गुलाबी चश्मे को उतारना चाहिए जिससे ‘सेंट्रल विस्टा' परियोजना के अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ नदियों में बहते शव, अस्पतालों में लंबी लाइनें , जीवन सुरक्षा का छीना हुआ हक़! प्रधानमंत्री, वो गुलाबी चश्में उतारिए जिससे सेंट्रल विस्टा के सिवा कुछ दिखता ही नहीं.''
राहुल गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में एक दूसरे की मदद करें. कांग्रेस ने कोरोना संकट में लोगों की मदद के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यालय और प्रदेश इकाइयों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं. पार्टी की युवा इकाई भारतीय युवा कांग्रेस भी सोशल मीडिया और फोन के माध्यमों से लोगों की मदद कर रही है.