'मगरमच्छ निर्दोष है', PM पर राहुल गांधी का वार, पी चिदंबरम और जयराम रमेश ने भी साधा निशाना

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर कोरोना हालातों से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.

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राहुल गांधी की अगुवाई मोदी सरकार के घेराव करने उतरी कांग्रेस
नई दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर कोरोना हालातों से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. पीएम के खिलाफ राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के दो और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और जयराम रमेश ने भी सरकार के खिलाफ लामबंदी शुरू कर दी. गांधी, वैक्सीन की कमी से लेकर बढ़ते ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों तक और पीएम मोदी के भावुक हो जाने पर जोरदार प्रहार करते दिखाई दे रहे हैं. शनिवार शाम उन्होंने ट्वीट कर एक चार्ट शेयर किया, जिसमें एशिया के देशों में कोविड महामारी, मृत्यु दर प्रति 10 लाख और जीडीपी ग्रोथ का उल्लेख किया गया था. इस लिस्ट में भारत सबसे नीचे दिखाई दे रहा है. राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री के भावुक होने को जोड़ते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वैक्सीन नहीं है, जीडीपी निम्नतम स्तर पर है, मौत का आंकड़ा शीर्ष पर है और सरकार की प्रतिक्रिया सिर्फ पीएम मोदी के रोने को लेकर आ रही है.

राहुल गांधी द्वारा शेयर चार्ट भारत जीडीपी ग्रोथ और कोविड के कारण प्रति 10 लाख मृत्यु दर, दोनों की श्रेणियों में सबसे नीचे दिखाई दे रहा है. इस लिस्ट में भूटान, नेपाल और पाकिस्तान जैसे देश नीचे दिखाई दे रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि मगरमच्छ निर्दोष है, उनकी यह टिप्पणी वाराणसी में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री के भावुक होने के बाद सामने आई थी.

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वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी के भावुक होने पर तंज कसा. जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि सरकार ने जनवरी 2021 में दावा किया था कि जुलाई अंत तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी लेकिन 22 मई की हकीकत बताती है कि सिर्फ 4.1 करोड़ लोगों को कोरोना की दोनों डोज लग पाई है. उन्होंने आगे लिखा कि 21 मई को सरकार दावा कर रही है कि साल के अंत तक सभी देशवासियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकेगी लेकिन सच्चाई ये है कि 21 मई को पूरे दिन में 14 लाख लोगों को टीके की खुराक दी गई. जयराम रमेश के अनुसार देश को वैक्सीन की जरूरत है, आंसुओं की नहीं.

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पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को टीकाकरण की धीमी गति के नतीजों को लेकर आगाह किया है. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से यह दावा किया कि अगर टीकाकरण की गति तेज नहीं की गई तो महामारी की तीसरी लहर को रोक पाना संभव नहीं होगा. 

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उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत 2021 के अंत तक देश के सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा,मंत्री ने नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वैश्विक महामारी के हालात की समीक्षा बैठक में कहा, ‘‘भारत अगस्त और दिसंबर 2021 के बीच टीकों की 216 करोड़ खुराक खरीदेगा, जबकि इस साल जुलाई तक 51 करोड़ खुराक खरीदी जाएंगी.'' 

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