- कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर आज विराम लग गया है.
- कांग्रेस नेता आर.वी. देशपांडे ने नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं हुई है.
- सिद्धारमैया ने पार्टी में कलह की खबरों को पहले ही किया था खारिज.
- सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना ने राजनीतिक घटनाक्रम के बदलाव की बात की थी.
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर विराम लग गया है. सीएम सिद्धारमैया ही पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. नेतृत्व परिवर्तन की खबरों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस नेता आर.वी.देशपांडे ने कहा कि सीएम बदलने के बारे में कोई प्रस्ताव या चर्चा नहीं हुई है. यहां विधायक दल की बैठक में यह विषय नहीं आया है, न ही किसी ने मुझसे इस बारे में बात की है. हम सभी एकजुट हैं और मिलकर काम कर रहे हैं.
सिद्धारमैया कांग्रेस में कलह की खबरों को कर चुके हैं खारिज
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में कलह की खबरों को शुक्रवार को खारिज कर दिया था सिद्धारमैया ने लोगों से सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना के इस बयान को नजरअंदाज करने को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में सत्ता के कई केंद्र हैं. राजन्ना ने बृहस्पतिवार को कहा था कि सितंबर के बाद कर्नाटक में राजनीतिक घटनाक्रम बदलेगा. मंत्री के इस बयान को कर्नाटक में संभावित नेतृत्व परिवर्तन का संकेत माने जाने लगा. हालांकि आज इस पर विराम लग गया.
तो क्या किया जा सकता है...
सिद्धारमैया ने पहले कहा था कि कांग्रेस पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह कहां है. राजन्ना ने बस इतना कहा है कि राजनीतिक घटनाक्रम का विकास हो रहा है, उन्होंने यह नहीं कहा कि ऐसी-ऐसी चीजें होंगी. मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर आप अटकलें लगाने वाली खबर लिखते हैं तो क्या किया जा सकता है. इसे नजरअंदाज करना ही बेहतर है.'' उन्होंने राजन्ना के इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि कर्नाटक में कांग्रेस में सत्ता के कई केंद्र हैं. राजन्ना ने कहा था, ‘‘कर्नाटक में 2013-18 के दौरान सत्ता का सिर्फ एक ही केंद्र था, अब कई हैं - एक, दो, तीन.''