कांग्रेस नेता और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की आज मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई. फायरिंग में तीन अन्य लोग घायल हो गए. यह हमला उस समय हुआ जब मूसेवाला और उनके दो दोस्त पंजाब में अपने गांव मानसा जा रहे थे. मूसेवाला की एसयूवी पर गोलियों की बौछार की गई. कार में उनका खून बहता हुआ दिखाई दिया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. फायरिंग में घायल हुए तीन लोगों को मानसा अस्पताल में भर्ती किया गया है.
शुभदीप सिंह सिद्धू एक पंजाबी गायक के रूप में सिद्धू मूसेवाला नाम से लोकप्रिय थे. यह घटना पंजाब सरकार द्वारा मूसेवाला सहित 424 लोगों की सुरक्षा वापस लेने के ठीक एक दिन बाद हुई.
पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अकाली नेता विक्कू मिददुखेड़ा की हत्या की साज़िश का आरोप सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर था. मूसेवाला अगले सप्ताह गुड़गांव में अपना शो करने वाले थे. मूसेवाला पिछले साल नवंबर में कांग्रेस में शामिल हुए थे. मूसेवाला ने मानसा से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें आम आदमी पार्टी के डॉ विजय सिंगला ने हराया था. सिंगला मान सरकार में मंत्री थे जिन्हें हाल ही में भ्रष्टचार के आरोप में हटा दिया गया है.
कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने एनडीटीवी से कहा कि ''राज्य सरकार और मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि किस आधार पर मूसेवाला की सुरक्षा हटाई गई. सरकार को जवाब देना होगा."
पंजाब के मानसा के एसएसपी गौरव तोरा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि ''प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह आपसी रंजिश है. सिद्धू मूसेवाला ने आज अपनी बुलेटप्रूफ कार और गनमैन को नहीं लिया था. एफआईआर दर्ज की जा रही है. हम गैंगस्टर और इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करेंगे.''
उन्होंने कहा कि दो कारों ने सिद्धू मूसेवाला की कार को रोका और उसके बाद भारी गोलीबारी हुई. सिद्धू मूसेवाला को कई गोलियां लगीं. उनके साथ मौजूद लोगों को भी गोली लगीं. उन्हें इलाज के लिए पटियाला रेफर कर दिया गया है.
पंजाब की भगवंत मान सरकार ने कल यानी शनिवार को ही 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ली है. जिनकी सुरक्षा वापस ली गई, उनमें कई सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व विधायक भी शामिल हैं. इससे पहले अप्रैल में भी पंजाब सरकार ने पूर्व मंत्रियों और नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था.
पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने शनिवार को 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ले ली. कहा गया कि सुरक्षा वापस लेने से पहले पंजाब की नई-नवेली सरकार ने इस मसले पर एक रिव्यू बैठक की थी जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है?
इससे पहले अप्रैल में पंजाब सरकार ने पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों, अन्य नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था. गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा की पत्नी के परिवार की सुरक्षा पिछले महीने वापस ले ली गई थी.