कांग्रेस नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सरकारी (Congress-led Punjab Government) स्कूल के शिक्षकों सोशल मीडिया वॉरियर्स बनाना चाहती है. राज्य सरकार 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसकी कवायद तेज कर दी है. कुछ दिन पहले केंद्र द्वारा जारी परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2019-20 में पंजाब पूरे देश में शीर्ष पर है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्कूल शिक्षकों के साथ सीधा संवाद किया और उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. लेकिन लाइव बातचीत, जिसे मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया पेज पर लाइव स्ट्रीम किया गया, उसे लाइक से ज्यादा डिसलाइक यानी नापसंद किया गया.
वहीं, राज्य के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारियों को सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय रहने को कहा है. जिला शिक्षा अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में एक संदेश को शेयर करते हुए कुमार लिखा, "आपको हमारे स्कूल गतिविधियों विभाग के फेसबुक पेज पर लाइक, शेयर और कमेंट करना होगा. पुरानी पोस्ट को भी शेयर और लाइक करें." संदेश में शिक्षकों के लिए सोशल मीडिया गतिविधियों का जिलेवार कार्यक्रम भी शामिल था.
हालांकि, पंजाब सरकार के कदम को लेकर विपक्षी दलों से प्रतिक्रिया आई हैं, इससे पहले भी सरकार को इसी तरह के आदेश पारित करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था. जैसे ही राज्य में चुनाव हो रहे हैं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार भी आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार के आख्यान का मुकाबला करने की कोशिश कर रही है.
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