पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने जेल में बंद शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Majithia) को ड्रग्स के एक मामले में जमानत दे दी है. अकाली नेता के खिलाफ 20 दिसंबर को मामला दर्ज हुआ था और पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद 24 जनवरी को जेल भेज दिया गया था. हालांकि, मजीठिया विधानसभा चुनाव जीत नहीं पाए थे.
मजीठिया काफी लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि उनके खिलाफ दर्ज मामले सियासी साजिश का हिस्सा हैं. उनका कहना है कि इन मामलों की जांच पहले ही उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी कर चुके हैं.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की भारी जीत के बाद मजीठिया अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से हार गए थे.
राजनीतिक रूप से प्रभावशाली परिवार से आने वाले, विवादास्पद अकाली नेता ने पहली बार 2007 के विधानसभा चुनाव में मजीठिया निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी. इसके बाद साल 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी वहीं से विधायक चुने गए.
अकाली दल के मजीठिया ने कबूल की नवजोत सिंह सिद्धू की चुनौती, लड़ेंगे उनके ही खिलाफ चुनाव
वह 2007 और 2017 के बीच अकाली दल सरकार में मंत्री रहे हैं. मजीठिया ने पर्यावरण, राजस्व, एनआरआई मामलों के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभागों को भी संभाला.
मजीठिया पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के भाई और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साले हैं.
जानिए, कौन हैं पंजाब की सबसे हॉट सीट पर सिद्धू-मजीठिया को शिकस्त देने वालीं जीवनजोत कौर?