पंजाब पुलिस ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दी गई अतिरिक्त सुरक्षा वापस लेने का निर्णय लिया है. यह निर्णय दिल्ली पुलिस की आपत्ति के बाद लिया गया, जिसने चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
केजरीवाल को जेड-प्लस सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें 63 कर्मियों का एक विस्तृत सुरक्षा दल शामिल है. इस दल में एक पायलट, एस्कॉर्ट टीम, करीबी सुरक्षा कर्मचारी और तलाशी इकाइयां शामिल हैं. इसके अलावा, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के 15 वर्दीधारी कर्मी तैनात हैं.
18 जनवरी को अरविंद केजरीवाल की कार पर पत्थर फेंका गया था, जिसका आरोप उनकी पार्टी ने भाजपा पर लगाया था. केजरीवाल अपने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे, जबकि भाजपा ने दावा किया कि उनकी कार ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं को टक्कर मारी.
इस महीने की शुरुआत में खुफिया रिपोर्ट्स आई थीं, जिनमें कहा गया था कि खालिस्तान समर्थक एक समूह केजरीवाल पर हमले की साजिश रच रहे हैं. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "भगवान उन्हें बचाएंगे और यह भी कि जब तक उनकी "जीवन रेखा" अनुमति देती है, वे जीवित रहेंगे.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया था कि वे केजरीवाल की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे, क्योंकि उनके जीवन को खतरे के बारे में अटकलें थीं.
केजरीवाल, जो दिल्ली शराब नीति मामले में जमानत पर बाहर हैं, नई दिल्ली सीट से आगामी दिल्ली चुनाव में भाग लेंगे. वह 2013 से लगातार इस सीट पर जीतते आ रहे हैं. इसबार उनका मुकाबला भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से होगा.