पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता मनप्रीत बादल (BJP leader Manpreet Badal) के खिलाफ पंजाब पुलिस (Punjab police) की तरफ से लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. राज्य के सतर्कता विभाग द्वारा बठिंडा में एक संपत्ति की खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के एक दिन बाद, पंजाब पुलिस ने मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री के खिलाफ सभी हवाई अड्डों पर लुक-आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बादल पर साधा निशाना
मनप्रीत बादल अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हैं. वह पहले कांग्रेस में और उससे पहले शिरोमणि अकाली दल के सदस्य थे. सतर्कता ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि बादल और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बादल पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कभी ईमानदारी का दंभ भरा किया करते थे, आज खुद को बचाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सच बोलने और सच के साथ खड़े रहने में बहुत अंतर होता है. उन्होंने कहा कि ये नेता पहले कहते थे कि उनके खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी, वे उसका इंतजार करेंगे, लेकिन अब गिरफ्तारी से बचने के लिए कानूनी सुरक्षा मांग रहे हैं.
पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला की शिकायत पर हो रही है जांच
सतर्कता ब्यूरो ने पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला द्वारा 2021 में की गई शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू की थी. शिकायत में भाजपा नेता सिंगला ने बठिंडा में एक प्रमुख स्थान पर संपत्ति की खरीद में अनियमितता का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बादल ने मंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए वाणिज्यिक भूखंडों को खुद के लिए आवासीय भूखंड में बदल दिया था. सतर्कता ब्यूरो ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 468 (जालसाजी) के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
जुलाई में बादल से हुई थी पूछताछ
जांच के सिलसिले में सतर्कता ब्यूरो ने जुलाई में बादल से पूछताछ की थी. कुछ दिन पहले ही बादल ने बठिंडा की एक अदालत में गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे 26 सितंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है. बादल इस साल जनवरी में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.
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