पंजाब पुलिस ने त्योहारों के सीजन से पहले नार्को-आतंकवाद माड्यूल का पर्दाफाश किया है. टिफिन बम, दो एके-56 राइफल और दो किलो हेरोइन समेत संचालक को गिरफ़्तार किया गया है. एसआई आधारित आतंकवादी माड्यूल का पर्दाफाश करना एक बड़ी सफलता मानी जा रही है. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ़्तार व्यक्ति कनाडा आधारित लखबीर लंडा, पाकिस्तान आधारित हरविन्दर रिन्दा और इटली आधारित हरप्रीत हैपी का नज़दीकी साथी है.
अमृतसर ग्रामीण एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने लंडा और रिन्दा गैंग के पांच अन्य सदस्यों की पहचान की है. उनको पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है.
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने जानकारी दी कि यह माड्यूल कनाडा, पाकिस्तान और इटली आधारित गैंग की तरफ से सांझा तौर पर चलाया जा रहा है.
गिरफ़्तार किए गए शख्स की पहचान तरन तारन के गांव राजोके निवासी योगराज सिंह उर्फ योग के तौर पर हुई है. इसके अलावा पुलिस ने माड्यूल के पांच अन्य संचालकों की भी शिनाख्त की है, जो पंजाब और आसपास के राज्यों में ग़ैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए माड्यूल के साथ जुड़े हुए हैं.
पुलिस ने मुलजिम के पास से एक आरडीएक्स लोड टिफिन बॉक्स, जिसको इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) या टिफिन बम बनाया गया था, दो आधुनिक एके-56 असाल्ट राइफल समेत दो मैगजीन और 30 जिंदा कारतूस, एक .30 बोर का पिस्तौल समेत 6 जिंदा कारतूस और 2 किलो हेरोइन बरामद किया है.
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ़्तार मुलजिम योगराज इस माड्यूल का मुख्य संचालक है और वह राज्य पुलिस और केंद्रीय इनफोरसमैंट एजेंसियों को सितम्बर 2019 में तरन तारन में पांच एके- 47 असाल्ट राइफलें ज़ब्त करने के मामले समेत कम से कम पांच आपराधिक मामलों में वांछित था.
उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि हथियारों, विस्फोटक सामग्री- नशों की तस्करी सम्बन्धी सरहद के पार की कार्रवाईयों आतंकवादी/ गैंगस्टर लंडा, रिन्दा और हैपी और जेल में बंद समगलर गुरपवितर उर्फ साईं निवासी लखना, तरन तारन के निर्देशों पर योगराज की तरफ से जाती थी. उन्होंने आगे बताया कि योगराज बड़े स्तर पर हथियारों और नशीले पदार्थों की रिकवरी और आगे डिलीवरी के लिए सक्रिय था.
सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) अमृतसर ग्रामीण स्वप्न शर्मा ने बताया कि पुलिस ने लंडा-रिंडा आतंकवादी माड्यूल के सदस्यों का पर्दाफाश करने के लिए बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मौजूदा माड्यूल के पांच संचालकों की पहचान करने में कामयाबी हासिल की है और उनको पकडऩे के लिए छापेमारी शुरू की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे जांच जारी है और जल्दी ही अन्य हथियारों और विस्फोटकों की बरामदगी होने की संभावना है.