पंजाब पुलिस का दावा : जेल से ISI के लिए काम कर रहा था जसरकण, पाकिस्तान में बैठे आकाओं से लेता था निर्देश

पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने जेल में इस्तेमाल हो रहे जसकरण के मोबाइल फोन (mobile phone) को बरामद कर लिया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के खास मोहरे इम्तियाज ने पंजाब की गोइंदवाल जेल (Goindwal Jail) में अपने गुर्गे सेट कर रखे थे. इनके जरिए वह पिछले 7 महीने में ड्रोन के जरिए RDX, हैंड ग्रेनेड, हथियार, गोला बारूद और ड्रग्स की 40 बड़ी खेप पंजाब में भेज चुका था.

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पंजाब की जेल में बंद जसरकण ISI के लिए काम कर रहा था.
नई दिल्ली:

पंजाब काउंटर इंटेलीजेंस ने शनिवार को पंजाब की गोइंदवाल जेल में बंद जिस ड्रग्स स्मगलर जसकरन सिंह को गिरफ्तार किया उससे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वो लंबे वक्त से जेल में एक फोन का इस्तेमाल कर उसके जरिये व्हाट्सएप कॉल से सीधे पाकिस्तान बात करता था. पाकिस्तान में जसकरण ISI के इस खास मोहरे से भारत में तबाही की डील कर रहा था और यह सिलसिला बदस्तूर जारी था. 

पंजाब पुलिस ने जेल में इस्तेमाल हो रहे जसकरन के मोबाइल फोन को बरामद कर लिया है, जो पाकिस्तान ISI को और ज्यादा बेनकाब करने में मददगार साबित होगा.पंजाब पुलिस के मुताबिक पाकिस्तान में मेड इन चाइना ड्रोन भारी तादाद में पहुच रहे हैं जिन ड्रोन पर एक बार में 4 से 5 किलो तबाही का समान भारत भेजा जाता है.पंजाब पुलिस ने  24 घंटे पहले ही  ड्रोन से हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी करने वाले माड्यूल के तीन लोगों को किया गिरफ्तार किया था. इस मॉड्यूल के अब तक पंजाब की जेल में बंद एक कैदी समेत 4 सदस्य गिरफ्तार किये जा चुके हैं, उनके पास से अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का नया ज़ख़ीरा भी बरामद किया है. 

पंजाब पुलिस के द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से बरामद कैश.

पुलिस के डॉयरेक्टर जनरल (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि अब तक इस मॉडयूल के कुल पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है.गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान सुरिन्दर सिंह निवासी गांव बरवाला ज़िला तरनतारन, हरचन्द सिंह और गुरसाहिब सिंह दोनों निवासी वलटोहा ज़िला अमृतसर के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके कब्ज़े में से 1.01 करोड़ रुपए की नकदी, 500 ग्राम हेरोइन, 17 पिस्टल समेत 400 जिंदा कारतूस, एक एमपी- 4 राइफल समेत 300  कारतूस, दो भार तोलने वाली मशीनें और दो नोट गिनने वाली मशीनें बरामद की हैं.

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इससे पहले बुधवार को काउन्टर इंटेलिजेंस अमृतसर की पुलिस टीम ने इस मॉडयूल के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक  कैदी जसकरन सिंह और उसके साथी रतनबीर सिंह के तौर पर पहचान की गई थी. उनकी तरफ से बताए ठिकानों से कुल 10 विदेशी पिस्टल बरामद किये गए थे और अब बरामद पिस्टलों  कुल संख्या 27 तक पहुंच गई है. 

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डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जांच के दौरान जसकरन सिंह और रतनबीर सिंह से यह बात सामने आई है कि उनके साथी सुरिन्दर ने पाकिस्तान से ड्रोनों की मदद से आए हथियारों/गोला-बारूद की खेप पकड़ी थी. इस जानकारी पर आधारित कार्रवाई करते हुये पुलिस ने शुक्रवार को सुरिन्दर को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्ज़े में से 10 पिस्तौलों के साथ छह मैगजीनें और 100 जिंदा कारतूस बरामद किये. 

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उन्होंने बताया कि जांच के बाद पता लगा है कि सुरिन्दर, जसकरन सिंह के निर्देशों पर रतनबीर से खेप उठा कर दो भाइयों हरचंद और गुरसाहिब तक पहुंचाता था. इसके बाद पुलिस उन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उन दोनों के कब्ज़े में से 7 पिस्तौल, एक एम. पी. - 4 राइफल और 500 ग्राम हेरोइन के इलावा 1.01 करोड़ रुपए की नकदी, भार तोलने वाली मशीन और करैंसी गिनने की मशीनों समेत बकाया खेप बरामद की है.

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ए. आई. जी. काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर अमरजीत सिंह बाजवा ने बताया कि पूछताछ के दौरान मुलजिम जसकरन ने कबूला कि वह आसिफ नाम के पाकिस्तानी तस्कर के संपर्क में था, जो ड्रोन के द्वारा पाकिस्तान से नशीले पदार्थों और हथियारों की खेप पहुंचाता था और रतनबीर उसके निर्देशों पर उक्त खेप को प्राप्त करता था.

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