- नाभा के मडोर गांव में खुलेआम ड्रग्स का कारोबार चल रहा है, जिसका वीडियो वायरल होने पर प्रशासन सक्रिय हुआ.
- नाभा DSP गुरिंदर सिंह बल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित थाने और चौकी के इंचार्ज के साथ गांव का दौरा किया.
- गांववालों ने बताया कि ड्रग्स का कारोबार वर्षों से जारी है, वीडियो वायरल करने वालों ने इसे रोकने का वादा लिया.
पंजाब की मान सरकार भले ही नशे के खिलाफ अभियान की बड़ी-बड़ी बातें करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. नाभा के मडोर गांव से वायरल हुए एक वीडियो ने सबको हिला कर रख दिया है. वीडियो में एक युवक खुलेआम ड्रग्स बेचते हुए और नशेड़ियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले औजार दिखाता नजर आ रहा है. वीडियो सामने आते ही आखिरकार प्रशासन की नींद खुली और नाभा DSP गुरिंदर सिंह बल तुरंत एक्शन लेते हुए सदर थाने के इंचार्ज जसविंदर सिंह खोखर और रोहटी पुल चौकी के इंचार्ज जसविंदर सिंह मंडोर गांव पहुंचे.
गांव में खुलेआम चल रहा ड्रग्स का कारोबार
इस दौरान बड़ी संख्या में गांव के लोग इकट्ठा हुए. गांववालों ने DSP को बताया कि ड्रग्स का कारोबार सालों से यहां खुलेआम चल रहा है. वीडियो वायरल करने वाले सुखविंदर सिंह सोनू और गांव के सरपंच ने प्रशासन से वादा लिया कि अब कोई भी इस कारोबार में शामिल नहीं होगा. इस दौरान DSP ने कहा कि उनकी पोस्टिंग अभी-अभी नाभा में हुई है. वह किसी को भी मडोर गांव में ड्रग्स बेचने की इजाज़त नहीं देंगे.
पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर पर भी उठे सवाल
इस बीच, पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलवीर पर भी सवाल उठ रहे हैं. उनका चुनाव क्षेत्र होने के बावजूद, गांव में ड्रग्स रोकने के लिए कोई ठोस कदम तक नहीं उठाया गया. गांव के लोग और नौजवान सुखविंदर सिंह सोनू अब उम्मीद कर रहे हैं कि मडोर गांव जल्द ही ड्रग्स मुक्त होगा.













