- पंजाब में गैंगवार का असर अब गैंगस्टरों के परिवारों पर भी पड़ रहा है.
- जग्गू भगवानपुरिया की मां और एक करीबी की हत्या बम्बिहा गैंग ने कर दी
- सोशल मीडिया पर बम्बिहा गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली.
- यह पहली बार है जब गैंगवार परिवारों तक पहुंच गया है.
पंजाब में गैंगस्टरों के बीच गैंगवार अब उनके परिवारों तक पहुंच गया है. जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. दरअसल पंजाब के एक बड़े गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां और उसके एक करीबी की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या की जिम्मेदारी बम्बिहा गैंग ने ली है. जग्गू लॉरेंस बिश्नोई का विरोधी गैंग है. हत्या के ठीक बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट आया. पोस्ट करने वाले थे पंजाब के ही दूसरे बड़े बम्बिहा गैंग से जुड़े हरियाणा के दो बड़े गैंगस्टर कौशल चौधरी और प्रभुदासवाल. हालांकि इस सोशल मीडिया पोस्ट को पुलिस वेरिफाई कर रही हैं.
हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए पोस्ट में लिखा, सत श्री अकाल मेरे सच्चे वीर को, जो बटाला में करणवीर का कत्ल हुआ है, इसकी जिम्मेदारी मैं डोनी बल बिल्ला मांगा, प्रभू दासूवाल और कौशल चौधरी लेते हैं. यह जग्गू का सारा काम संभालता था. ये भगोड़ा व्यक्ति इसके हथियार और पैसे संभालता था. आज हमने इसे मारकर अपने भाई गोरे बरयाड़ की हत्या का बदला लिया. जबकि इसे पता था कि गोरे का हमारे साथ कोई लेना देना नहीं था. पर आज हमने जायज हत्या की है और आगे से हमारा कोई भाई नाजायज मरता है, तो यह भुगतान के लिए तैयार रहें. जो भी हमारे बारे में बोल हैं, वे भी तैयार रहें. वाहेगुरु महर करे.
जग्गू की मां की हत्या होते ही गैंगस्टरों की दुनिया में हलचल मच गई. पंजाब में शायद ये पहला मौका होगा, जब गैंगवॉर परिवार तक पहुंचा है. ऐसे आशंका है कि अपराधियों की बीच वर्चस्व की लड़ाई अब एक नया रंग लेने जा रही है. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसिया भी अलर्ट मोड पर हैं. दरअसल जग्गू भगवानपुरिया पंजाब का एक ऐसा कुख्यात गैंगस्टर है जो जेल में रहकर अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है. ये तय है कि वो अपनी मां की हत्या का बदला लेने की कोशिश करेगा.
कौन है जग्गू भगवानपुरिया
- जग्गू भगवानपुरिया गुरदासपुर के भगवानपुर गांव का रहने वाला है और अच्छा कबड्डी प्लेयर था.
- जग्गू भगवानपुरिया साल 2015 से जेल में बंद है. ये लॉरेंस बिश्नोई का विरोधी गैंग है.
- जग्गू भगवानपुरिया पर हत्या, लूट, जबरन वसूली और आर्म्स सप्लाई के 128 से ज्यादा केस दर्ज हैं. पंजाब में उसे वसूली किंग कहते हैं. इसपर कनाडा में भी हत्याओं का आरोप है.
- पहले गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया दोस्त थे. लेकिन अब इनके रास्ते अलग हैं.
- कहा जाता है कि पंजाब में इसका नशे और हथियारों सप्लाई का बड़ा नेटवर्क है.
केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने NDPS एक्ट के तहत साल 2025 में जग्गू को पंजाब की बटिंडा जेल से असम की जेल भिजवाया था. जग्गू को पंजाब की जेल में दूसरे गैंग के लोगों से जान का खतरा भी था. साल 2023 में पंजाब के तरणतारण की गोइंदवाल जेल में गैंगवार में जग्गू भगवानपुरिया के 2 गुर्गों की हत्या कर दी गई थी. हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने ली थी.
आरोप लगाया था कि जग्गू ने मुखबिरी कर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल दो शूटरों का एनकाउंटर करवा दिया था. तभी से लॉरेंस गैंग और जग्गू के बीच अदावत चली आ रही है. लेकिन अब मां की हत्या के बाद पंजाब के इन कुख्यात गैंग्स के बीच एक नई तरह की जंग छिड़ सकती है और इससे निपटना पंजाब पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा.