यूपी हिंसा को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात

मुख्यमंत्री चन्नी को एक दिन पहले सोमवार को यूपी सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत नहीं दी थी. इसके साथ ही पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और अन्य कांग्रेस विधायकों को हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर रोककर 'हिरासत' में ले लिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी.
नई दिल्ली:

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में उनके निवास पर मुलाकात की. उन्होंने कहा था कि वे अमित शाह से यूपी हिंसा और किसान कानूनों पर चर्चा करने के लिए मिलने जा रहे हैं. दिल्ली के लिए निकलने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था, 'इन तीन कृषि कानूनों को जल्द से जल्द निरस्त किया जाना चाहिए और इस तरह की घटनाएं (उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी) को खत्म करने की जरूरत है. मैं आज की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा.'

यूपी पुलिस के मुताबिक, रविवार को लखीमपुर में हुए हादसे में करीब आठ लोगों की मौत हो गई. संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि इस हादसे में चार किसानों की भी मौत हुई है. 

चन्नी को एक दिन पहले सोमवार को यूपी सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत नहीं दी थी. इसके साथ ही पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और अन्य कांग्रेस विधायकों को हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर रोककर 'हिरासत' में ले लिया गया. 

पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए यूपी सरकार को निर्देश देने का आग्रह किया था. साथ ही केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की जरूरत को भी दोहराया था. 

उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी के साथ अपनी पहली मुलाकात में भी उन्होंने केंद्र से तीन विवादास्पद कानूनों को वापस लेने के लिए कहा था, जिसके खिलाफ हजारों किसान - ज्यादातर लगभग एक साल से विरोध कर रहे हैं.

लखीमपुर हिंसा पर नवजोत सिंह सिद्धू का धरना, BJP सरकार पर साधा निशाना

Featured Video Of The Day
Maharashtra Rain: एक दर्जन जिले डूबे, महाराष्ट्र में बारिश से 'महाआफत'! | Weather News | NDTV INDIA
Topics mentioned in this article