मद्रास हाईकोर्ट ने पुदुच्चेरी विधानसभा चुनाव से पहले दाखिल एक अहम याचिका को लेकर चुनाव आयोग के सामने प्रश्न खड़ा किया है. पुदुच्चेरी में छह अप्रैल को मतदान होना है. इसके पहले एक याचिका में आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर आधार डिटेल्स का चुनाव कैंपेनिंग के उद्देश्य के लिए गलत इस्तेमाल किया है. आरोप यह भी है कि पार्टी ने आधार नंबर से वोटरों के फोन नंबर निकाले हैं.
इस घटना को 'बहुत गंभीर' बताते हुए कोर्ट ने चुनाव आयोग से इस मामले में जांच करने और 30 मार्च तक फुल रिपोर्ट फाइल करने को कहा है. हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को इस मामले में 'मुद्दा टालने' को लेकर फटकार लगाई और कहा कि इस मामले को पूरी गंभीरता से देखा जाए.
चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी और जस्टिस सेंथिलकुमार राममूर्ति की बेंच ने अपने आदेश में कहा कि 'चुनाव आयोग कहे कि साइबर क्राइम डिवीजन इसकी जांच कर रहा है तो ऐसा मुद्दा टालने वाला रवैया नही चलेगा. जब चुनाव आयोग हर दूसरे मुद्दे पर अपनी वर्चस्वता और सक्रियता दिखाता है तो इस मुद्दे को भी जरूरी गंभीरता दिखाई जाए और तुरंत जांच की जाए.'
इस याचिका में कहा गया है कि बीजेपी ने गलत तरीके से आधार से लिंक किए गए मोबाइल नंबर निकाले हैं और इनपर बूथ लेवल पर वोटरों को कनेक्ट करने के लिए वॉट्सऐप ग्रुप के लिंक और मैसेज भेजे हैं.
बीजेपी ने इन आरोपों पर कहा है कि वो अपने लीगल टीम के जरिए प्रतिक्रिया फाइल करवाएगी.