सोशल मीडिया पर एक कथित पुलिसकर्मी का एक वीडियो शेयर हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी एक गाड़ी को इसलिए रोक लेता है क्योकि उसमें काले शीशे लगे होते है. वायरल वीडियो में गाड़ी के पास खड़े एक व्यक्ति को विधायक बताया गया है।. पुलिसकर्मी फोन पर किसी अधिकारी से बात करते हुए कहता है आप भले मुझे सस्पेंड कर दीजिए पर मैं गाड़ी लेकर जाने नहीं दूंगा. यूजर्स वीडियो को शेयर कर पुलिसकर्मी की तारीफ कर रहे हैं.
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ. हमारी पड़ताल में पता चला कि यह वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है, यूजर्स वीडियो को असल मानकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे है.
दावा:
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर यूजर अनुराग तिवारी ने 12 फरवरी 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “यह सिर्फ एक रील नहीं है बल्कि यह वीडियो उस पुलिस प्रशासन के गाल पर तमाचा है जो रसूखदारों के चंद रिश्वत के सामने बेगुनाहों की जिंदगी खराब कर देते है. देश में ऐसे पुलिस वालों की जरूरत है, सांसद हो या विधायक नहीं सुनने वाला, सस्पेंड करना है कर दो, इस्तीफा चाहिए अभी ले लो... सेल्यूट सर जी” पोस्ट का लिंक,आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.
वहीं, ‘यूथ इंडिया भारत' नाम के एक अन्य एक्स यूजर ने 12 फरवरी 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “देश में ऐसे पुलिस की जरूरत है, सांसद हो या विधायक नहीं सुनने वाला, सस्पेंड करना है कर दो, इस्तीफा चाहिए अभी ले लो... सेल्यूट सर जी” पोस्ट का लिंक,आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.
पड़ताल:
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने दावे का सच जानने के लिए वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स' को रिवर्स इमेज सर्च किया, जहां हमें “ जहां हमें Monty Deepak Sharma नाम के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 6 फरवरी 2025 को वायरल वीडियो अपलोड हुआ मिला. वीडियो के 16वें सकेंड के डिस्क्लेमर में स्पष्ट किया गया है, यह वीडियो मोंटी दीपक शर्मा द्वारा बनाया गया है.
वीडियो एक कल्पना मात्र है और किसी भी तरह से किसी वर्ग, क्षेत्र या विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोगों का अपमान नहीं करता है। यह वीडियो केवल मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है। वीडियो का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने Monty Deepak Sharma के यूट्यूब चैनल को सर्च किया. हमें वीडियो में मौजूद लोगों अन्य लोगों के कई वीडियो मिले. स्क्रीनशॉट यहां देखें.
पड़ताल के अगले क्रम में हमने मोंटी दीपक शर्मा के सोशल मीडिया हैंडल को खंगाला. मोंटी ने इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट पर खुद को डिटजिटल और वीडियो क्रिएटर बताया है. मोंटी के सोशल मीडिया अकाउंट पर हमें ढेर सारे मनोरंजन के लक्ष्य से बनाए गए वीडियो मिले. पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि स्क्रिप्टेड है. यूजर मोंटी दीपक शर्मा ने केवल इसे मनोरंजन के लक्ष्य से बनाया है, उनके यूट्यूब और सोशल मीडिया अकाउंट पर कई सारे वीडियो उपलब्ध है.
दावा
विधायक की गाड़ी पर काले शीशे काले चढ़े पर पुलिसकर्मी ने उसकी गाड़ी रोकी.
तथ्य
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल सोशल मीडिया पोस्ट भ्रामक निकला.
निष्कर्ष
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि स्क्रिप्टेड है। यूजर मोंटी दीपक शर्मा ने केवल इसे मनोरंजन के लक्ष्य से बनाया है, उनके यूट्यूब और सोशल मीडिया अकाउंट पर ऐसे कई सारे वीडियो उपलब्ध हैं.
प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी दावे की सच्चाई या सत्यापन के लिए पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क के व्हाट्सएप नंबर +91-8130503759 से संपर्क करें.
यह खबर मूल रूप से PTI द्वारा प्रकाशित की गई थी, और इसे शक्ति कलेक्टिव के अंतर्गत NDTV ने पुनर्प्रकाशित किया है.