Protest Against Allu Arjun: 'पुष्पा-2' के प्रीमियर (Pushpa-2 Premiere) के दौरान भगदड़ में महिला की मौत के मामले में रविवार को अभिनेता अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) के हैदराबाद स्थित घर के बाहर लोगों का जमकर गुस्सा फूटा. प्रदर्शनकारियों ने उनके घर के बाहर तोड़फोड़ की है. इस दौरान उनके घर पर टमाटर भी फेंके गए. दावा किया जा रहा है कि उस्मानिया विश्वविद्यालय के जेएसी कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर बवाल किया.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया है. साथ ही अल्लू अर्जुन के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रदर्शनकारी पुष्पा-2 के दौरान भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाली महिला के परिवार को एक करोड़ रुपये की राशि देने की मांग कर रहे थे.
हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को पुष्पा 2 के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला की जान चली गई थी. वहीं उसका आठ साल का बेटा अभी भी कोमा में है और शहर के एक अस्पताल में भर्ती है.
अनुमति नहीं होने के बावजूद प्रीमियर में शामिल हुए : CM रेड्डी
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कल विधानसभा में बताया था कि पुलिस द्वारा अनुमति नहीं देने के बावजूद अल्लू अर्जुन फिल्म 'पुष्पा 2' के प्रीमियर में शामिल हुए थे. उन्होंने रोड शो के दौरान अपनी कार के सनरूफ से हाथ भी हिलाया था, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि महिला की मौत के बाद भी अभिनेता ने सिनेमा हॉल नहीं छोड़ा, जिसके बाद पुलिस को उन्हें जबरन बाहर निकालना पड़ा.
इससे पहले आज, एक वीडियो सामने आया जिसमें पुलिस अभिनेता को सिनेमा हॉल से बाहर ले जा रही है, जो मुख्यमंत्री की टिप्पणियों का समर्थन करता दिख रहा है.
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी, फिर हाई कोर्ट से मिली जमानत
बता दें कि अल्लू अर्जुन ने अपनी फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर में भाग लिया था. स्टार की एक झलक पाने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई. स्थिति उस वक्त बिगड़ गई जब अर्जुन ने अपने वाहन के सनरूफ से प्रशंसकों को हाथ हिलाया. इस दौरान मची भगदड़ में रेवती नाम की एक महिला की दुखद मौत हो गई.
घटना के बाद अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अगले दिन 50,000 रुपये का बांड भरने पर तेलंगाना हाई कोर्ट के जमानत देने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
अल्लू अर्जुन ने महिला की मौत और अपनी सफाई में क्या कहा?
इस मामले में अल्लू अर्जुन ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह पूरी तरह से एक दुर्घटना है. परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैं हर घंटे बच्चे (जो अस्पताल में भर्ती है) की स्थिति की निगरानी कर रहा हूं. उसकी हालत में सुधार हो रहा है, जो राहत की बात है. बहुत सारी गलत सूचनाएं और झूठे आरोप हैं. मैं किसी विभाग या राजनेता को दोष नहीं देना चाहता. मेरे चरित्र का हनन किया जा रहा है."