गुवाहाटी: सिलचर स्थित राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान(एनआईटी) के तीसरे वर्ष के छात्र ने परिसर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली ली. अब इस मामले में छात्र के सहपाठियों ने प्रदर्शन कॉलेज कैंपस में प्रदर्शन किया. छात्रों का आरोप है कि बुकेर को पांचवें सेमेस्टर की कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी गई और कुछ दिन पहले डीन ऑफ एकेडमिक्स बीके रॉय ने अन्य छात्रों के सामने बार-बार उनका अपमान किया था.
पिछले शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों की पुलिस से झड़प हो गई थी, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था, जिसमें 40 लोग घायल हो गए थे. प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि हम कोज बुकर के लिए न्याय और उनके परिवार के सदस्यों के लिए मुआवजा चाहते हैं. कोज मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत थे. वह नशे के आदी नहीं थे. एनआईटी सिलचर प्रशासन ने उनके खिलाफ गलत आरोप लगाए हैं जो उचित नहीं है.
एनआईटी-सिलचर के निदेशक दिलीप कुमार बैद्य ने कहा कि उन्हें मरने वाले छात्र के प्रति सहानुभूति है, लेकिन उनका शैक्षणिक रिकॉर्ड खराब था. एक और छात्र ने कहा, "हम अकादमिक डीन बीके रॉय का इस्तीफा चाहते हैं, क्योंकि उनकी आत्महत्या के लिए प्रशासन और वह जिम्मेदार हैं. उनकी आत्महत्या के बाद प्रशासन से कोई भी उनके बारे में पूछने नहीं आया. हम अपने दोस्त के लिए न्याय चाहते हैं. बता दें कि प्रदर्शनकारी छात्र इस घटना की उच्च स्तरीय जांच भी चाहते हैं.
छात्रों ने आरोप लगाया कि रॉय ने मृतक की बेइज्जती की थी जो पहले सेमेस्टर की परिक्षाओं में छह विषयों में उत्तीर्ण नहीं हो पाया था. ये परिक्षाएं वर्ष 2021 में महामारी के कारण ऑनलाइन हुई थी. छात्रों ने दावा किया कि लॉकडाउन के कारण वह घर पर था और इंटरनेट की कमी होने के कारण 'ऑनलाइन क्लास' नहीं ले पाया और उत्तीर्ण नहीं हो पाया.
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