केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि देश में कोरोना रोधी टीकाकरण की संख्या घटना इस बात का सबूत है कि केंद्र की टीकाकरण नीति दिशाहीन है. उन्होंने केंद्र से सवाल पूछने की अपनी श्रृंखला ‘जिम्मेदार कौन' के तहत फेसबुक पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार पर टीकों के कम आयात को लेकर भी निशाना साधा. प्रियंका गंधी ने कहा, ‘‘दुनिया भर के देशों को 2020 में पता चल गया था कि कोरोना से लड़ने के लिए टीका सबसे कारगर हथियार है. दुनिया के बड़े - बड़े देशों ने 2020 में अपनी जनसंख्या से कई गुना टीकों के ऑर्डर दे दिए थे.''
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प्रियंका के मुताबिक, ‘‘प्रधानमंत्री जी ने अगस्त, 2020 में घोषणा की कि सरकार के पास सबका टीकाकरण करने का पूरा खाका तैयार है. इसके बाद भी जनवरी 2021 में 130 करोड़ की जनसंख्या के लिए मात्र 1 करोड़ 60 लाख टीकों के ऑर्डर दिए.'' उन्होंने दावा किया, ‘‘आज जगह - जगह टीकाकरण केंद्रों पर लटके ताले, राज्यों द्वारा टीका देने की अपील एवं टीकाकरण की घटती गति सरकार की दिशाहीन टीकाकरण नीति के गवाह हैं.''
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उन्होंने सवाल पूछा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता देशों में शुमार होने के बावजूद आज क्यों वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है? जनवरी और मार्च 2021 के बीच सरकार ने 6 करोड़ वैक्सीन का निर्यात क्यों किया? जबकि इस बीच सिर्फ़ साढ़े तीन करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी गई. इन सवालों का जवाब देना पड़ेगा. उन्होंने पूछा कि भारत सरकार ने वैक्सीन के ऑर्डर में देरी क्यों की? भारत आज टीके की कमी से क्यों जूझ रहा है? जनवरी से मार्च के बीच 6 करोड़ टीके का निर्यात क्यों हुआ?
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