संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गृहमंत्री अमित शाह का डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर दिया बयान खासी चर्चाओं में रहा. अमित शाह के उस बयान को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर रहा और इसी वजह से शीतकालीन सत्र के आखिरी दिनों में सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई. बाद में लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. संसद सत्र के खत्म होने के बाद भी विपक्ष अमित शाह के उस बयान को लेकर उनपर निशाना साधते दिख रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने अमित शाह के उस बयान को लेकर पलटवार किया है. अपने बयान में प्रियांक खरगे ने अमित शाह को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया है.
प्रियांक खरगे ने क्या कुछ कहा
प्रियांक खरगे ने इस मुद्दे पर कहा कि मैं आपको बहुत ही खास बात बता दूं. मुझे नहीं पता कि अगर मैं भगवान का नाम 100 या 1000 बार जपूंगा तो मुझे अगले 7 जन्मों के लिए स्वर्ग मिलेगा या नहीं. पर मुझे पता है कि अगर मैं अंबेडकर का नाम जपूंगा तो इसी जन्म में मुझे राजनीतिक,आर्थिक और सामाजिक रूप से स्वतंत्र जीवन मिलेगा. हम अंबेडकर और संविधान का नाम जपेंगे. उनकी (बीजेपी) समस्या यह है कि उनकी विचारधारा में अंबेडकर या समानता नहीं है. उनका दृष्टिकोण है कि सामाजिक और आर्थिक समानता नहीं होनी चाहिए. जितना अधिक अंबेडकर और बसवन्ना की विचारधारा कम होगी, उतना ही आरएसएस की विचारधारा सिकुड़ेगी. इसी वजह से अमित शाह ने ऐसा बयान दिया है.
अमित शाह ने राज्यसभा में क्या कुछ कहा था
आपको बता दें कि अमित शाह ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बहस के दौरान सदन को संबोधित किया था. इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि बीआर अंबेडकर का नाम लेना अब एक "फैशन" बन गया है. अब यह एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.