राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस एन वी रमना नियुक्ति की. उन्होंने जस्टिस रमना के लिए CJI के रूप में नियुक्ति का वारंट जारी किया. जस्टिस रमना 24 अप्रैल को पद संभालेंगे. वह CJI के पद पर एक साल, चार महीने तक कार्यरत रहेंग. बताते चलें कि CJI बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं.
कौन है जस्टिस रमना
जस्टिस रमना आंध्र प्रदेश के कृषि परिवार से संबंध रखते हैं. उन्हें जून 2000 में एपी उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. फरवरी 2014 में एनवी रमना सुप्रीम कोर्ट के जज बनने से पहले दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. जस्टिस रमना की बेंच ने जम्मू और कश्मीर में इंटरनेट प्रतिबंधों पर, न्यायमूर्ति रमना पीठ ने फैसला दिया था कि इंटरनेट के निलंबन को तुरंत समीक्षा करनी चाहिए. जिसके बाद सरकार ने प्रतिबंध हटा दियागया था. जस्टिस रमना उस पांच जजों की बेंच का हिस्सा थे, जिसने कहा था कि CJI ऑफिस RTI के तहत आएगा.
सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस एनवी रमना के खिलाफ जगन मोहन रेड्डी के आरोपों को खारिज किया था. इन हाउस प्रक्रिया में 6 अक्टूबर 2020 की आंध्र के मुख्यमंत्री की चिट्ठी में लगाए आरोपों को खारिज कर दिया गया है
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