राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) शनिवार को वाराणसी में सपरिवार गंगा आरती में शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. गंगा की दैनिक आरती में नौ अर्चकों सहित रिद्धि सिद्धि के रूप में अठारह कन्याओं ने आरती सम्पन्न करायी. इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने स्मृति चिन्ह भेंट किया.
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में चल रही विकास परियोजनाओं एवं गंगा सफाई अभियान आदि के संबंध में भी राष्ट्रपति को विस्तार से अवगत कराया. इसके पहले कोविंद ने सपरिवार काशी विश्वनाथ के दर्शन किए. इस दौरान भी आदित्यनाथ और राज्यपाल पटेल उनके साथ मौजूद रहे.
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काशी विश्वनाथ के प्रधान अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने राष्ट्रपति से शिवलिंग का अभिषेक एवं आरती करवाई. इसके बाद आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को अंग वस्त्र, रुद्राक्ष की माला के साथ ही पीतल का शंख भेंट किया, वहीं देश की प्रथम महिला सविता कोविंद को अंग वस्त्र, माला और दुपट्टा भेंट किया गया. राज्यपाल ने भी प्रथम महिला को सम्मानित किया.
दर्शन के बाद कोविंद ने काशी विश्वनाथ धाम के निर्माणाधीन भवनों को भी देखा. इसमें उन्होंने चुनार के लाल बलुआ पत्थर से बन रहे मंदिर परिसर की नक्काशी को देखा. मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के बारे में राष्ट्रपति को विस्तार से जानकारी दी और बताया कि भविष्य में काशी आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान करके सीधे मंदिर में दर्शन करने पहुंच सकेंगे.
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने भी राष्ट्रपति को इस परियोजना की विस्तार से जानकारी दी. कोविंद शनिवार को रात्रि विश्राम बरेका में करेंगे. राष्ट्रपति अपने तीन दिन के दौरे के दूसरे दिन रविवार को सोनभद्र के बभनी ब्लॉक में कारीडाड़ चपचपकी स्थित सेवाकुंज आश्रम जाएंगे. यहां वे विविध कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद मिर्जापुर स्थित विंध्यवासिनी मंदिर में भी दर्शन-पूजन करने जाएंगे. सोमवार 15 मार्च को वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वो दोपहर बाद दिल्ली लौट जाएंगे. (भाषा इनपुट्स के साथ)