राष्ट्रपति मुर्मू ने सूर्य अभियान Aditya-L1 की सफलता पर ISRO को दी बधाई

इसरो ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले अंतरिक्ष आधारित मिशन ‘आदित्य एल1’ यान को आज पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर इसकी अंतिम गंतव्य कक्षा में स्थापित किया.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
नई दिल्ली:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को भारत के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1' को उसकी गंतव्य कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी और कहा कि इस अभियान से पूरी मानवता को लाभ होगा. मुर्मू ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. भारत के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1' को सफलतापूर्वक गंतव्य कक्षा में स्थापित किया गया है.''

उन्होंने कहा, ‘‘इस शानदार उपलब्धि के लिए पूरे भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को बधाई. यह मिशन सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के बारे में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा.''

मुर्मू ने कहा कि इसरो के विभिन्न अभियानों में महिला वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भागीदारी ‘‘महिला सशक्तीकरण को भी उच्च स्तर पर ले जाती है.''

इसरो ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले अंतरिक्ष आधारित मिशन ‘आदित्य एल1' यान को आज पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर इसकी अंतिम गंतव्य कक्षा में स्थापित किया.

इसरो अधिकारियों के अनुसार, अंतरिक्ष यान पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के ‘लैग्रेंज प्वाइंट 1' (एल 1) के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में पहुंचा. ‘एल1 प्वाइंट' पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल दूरी का लगभग एक प्रतिशत है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- आदित्य-एल1 ने अंतिम कक्षा में किया प्रवेश, PM ने कहा- "भारत के लिए एक और मील का पत्थर"

ये भी पढ़ें- उच्च शिक्षा में 2030 तक सकल नामांकन अनुपात 50% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया : केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

Advertisement
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Punjab News: Mohali में कैसे ढही 4 मंजिला इमारत? वीडियो आया सामने
Topics mentioned in this article