राष्ट्रपति भवन में आयोजित 51वीं गनवर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कई विकसित देशों के मुकाबले हमारे देश ने कोरोना का बेहतर तरीके से सामना किया और हम अभी भी वैक्सीनेशन के जरिए देशवासियों की जान बचाने में जुटे हैं. राष्ट्रपति ने कहा, "108 करोड़ से ज्यादा वैक्सीनेशन के जरिए हम नागरिकों की जान बचाने की मुहिम में आगे बढ़ रहे हैं. हमारे देश ने दुनिया के अनेक विकसित देशों के की तुलना में कोविड-19 का सामना बेहतर तरीके से किया है."
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गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुई यह कॉन्फ्रेंस कोरोनाकाल के चलते दो साल बाद आयोजित की गई है. इससे पहले नवंबर 2019 में इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु व तमाम राज्यों के राज्यपाल व उप राज्यपाल इसमें शामिल हुए.
क्लाइमेट चेंज से निपटने के लिए बनाए पांच लक्ष्य
राष्ट्रपति ने जानकारी दी, "भारत दुनिया की एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसने पैरिस Climate कांफ्रेंस के लक्ष्यों को समय पर पूरा किया है. ग्लासगो में COP-26 की बैठक में भारत ने क्लाइमेट चेंज की वैश्विक समस्या से निपटने में अपना योगदान देने के लिए पांच लक्ष्य तय किए हैं. इसमें वर्ष 2030 तक देश की नॉन फॉसिल उर्जा उत्पादन क्षमता को 500 गीगावॉट तक पहुंचाना, आधी उर्जा आवश्यकताओं को रिन्युएबल एनर्जी से पूरा करना, प्रोजेक्टिड कार्बन एमिशन में एक मिलियन टन की कमी करना, अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी 45 प्रतिशत से भी कम करना, वर्ष 2070 तक नेटजीरो एमिशन का लक्ष्य हासिल करना शामिल हैं."
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विश्वविद्यालयों में बनाएं टास्क फोर्स
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, "आप सभी राज्यों के विश्वविद्यालयों के चांसलर हैं. आप राज्यों के विश्वविद्यालयों में टास्क फोर्स बनाकर युवाओं को क्लाइमेट चेंज से सीधे जोड़ सकते हैं. अपने राज्य में अधिक समय देना और लोगों से सीधा संपर्क बनाए रखना आवश्यक होगा. राजभवन में बेस्ट प्रैक्टिसेज के तहत टीवी के उन्मूलन के टारगेट को 2025 तक हमें पूरा करना है."