मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (former mumbai police commissioner param bir singh) ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है. इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच सूबे की सियासत भी गरमा गई है. बीजेपी सासंद पूनम महाजन, देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता समेत कई नेताओं ने टिप्पणी की है. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस (Amruta Fadnavis) ने भी महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है.
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की पत्नी अमृता ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि बात निकली है तो बहुत दूर तलक जाएगी, बादशाह को बचाने में कितनो की जान जाएगी? वहीं, पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई की पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र के माध्यम से जो आरोप लगाए हैं वो गंभीर हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए या मुख्यमंत्री को उन्हें हटाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. केंद्रीय एजेंसी इसकी जांच करें. अगर राज्य सरकार को लगता है कि हमें केंद्रीय एजेंसी से जांच नहीं करानी तो कोर्ट मॉनिटर इंक्वायरी होनी चाहिए.
वहीं बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट किया है एक पुलिस अधिकारी के लिए हर महीने 100 करोड़ रुपये का लक्ष्य क्या है और पूरे राज्य सरकार के लिए क्या लक्ष्य है? इसके साथ ही बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने तंज कसते हुए कहा कि अब समझ में आया?नोट गिनने वाली मशीन लेकर वाजे क्यों घूम रहा था?
जानें पूरा मामला?
दरअसल, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Mumbai Ex police Commissioner Param Bir Singh) ने सीएम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लिखे पत्र में एनसीपी नेता और गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गलत गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह पर अक्षम्य अपराध करने का आरोप लगाते हुए हटा दिया था. उन्हें होमगार्ड विभाग भेज दिया गया था.
वहीं गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर कहा है कि मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Case) बम धमकी की जांच की आंच परमबीर सिंह तक पहुंचने की आशंका को देखते हुए वो खुद को बचाने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं. पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के बयान पर नाराजगी प्रकट करते हुए गृह मंत्री पर सचिन वाजे को सीधे बुलाकर बार और होटल मालिकों से हफ्ता वसूलने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्ध्व ठाकरे (Uddhav Thackrey) को पत्र लिख कर गृहमंत्री पर उनके काम मे दखल देने और जूनियर अफसरों को सीधे अपने पास बुलाकर आदेश देते थे.
पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र में क्या लिखा?
परमबीर सिंह (Param Bir Singh) ने पत्र के शीर्षक में लिखा है, "महाराष्ट्र के सम्मानित गृह मंत्री का सच्चाई से परे बयान,", सिंह ने लिखा कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे (Sachin Vaze) समेत अपने कई पुलिस अफसर नियुक्त किए थे. वाजे जिसे अंबानी केस में वसूली का रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त ने कहा, गृह मंत्री ने अपने कई पुलिस अफसरों से रेस्तरां, पब, बार और हुक्का पार्लर से पैसा इकट्ठा करने को कहा था. उन्हें हर माह 100 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य दिया गया था.
पूर्व पुलिस कमिश्नर ने ये भी आरोप लगाया कि गृह मंत्री देशमुख ने कई मौकों पर अपने पुलिस अफसरों को यह भी निर्देश दिया था कि किस मामले से कैसे निपटना है और कैसे आरोप दाखिल करने हैं, इसके लिए जूनियर अधिकारियों के संदेशों की कॉपी पेश कर रहा हूं.पूर्व पुलिस आयुक्त ने कहा, यह स्पष्ट है कि गलत काम करने वालों को बचाते हुए मुझे बलि का बकरा बनाया गया है.
परमबीर सिंह ने लिखा, इन परिस्थितियों में, गृह मंत्री का यह कहना कि मेरा तबादला प्रशासनिक या रूटीन वजहों से नहीं था, मैंने गंभीर गलतियां की हैं और जांच में गंभीर खामियों के कारण यह अक्षम्य है, यह सब रिकॉर्ड के उलट है और बाहरी और प्रतिशोध की वजह से है.
Video : मुंबई के पूर्व कमिश्नर की उद्धव ठाकरे को चिट्ठी, गृह मंत्री पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप