देशभर में 80 से ज्यादा लोगों से आठ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने 41 वर्षीय एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि यह व्यक्ति फर्जी निवेश स्कीमों (इसे पोंजी स्कीम्स के नाम से भी जाना जाता है) से जुड़ा था. आरोपी की पहचान गोपाल दलपती के रूप में हुई है. उसे गुरुवार को साकेत अदालत परिसर के पास से गिरफ्तार किया गया है. उस पर लोगों को लालच देकर उनका पैसे फर्जी स्कीमों में लगाने और हाई रिटर्न देने का वादा करने का आरोप है.
गोपाल दलपति वीयर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड और वीयर्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड नाम की पंजीकृत कंपनी का निदेशक था. कंपनी ने ग्राहकों को उच्च रिटर्न का भरोसा दिलाने के लिए डिबेंचर सर्टिफिकेट भी जारी किए.
80 से ज्यादा लोगों से करीब आठ करोड़ रुपये की ठगी करने के बाद आरोपी दलपति और उसके सहयोगियों ने कोलकाता और दिल्ली के अपने दफ्तर बंद कर दिए. तब से लेकर वे लापता थे.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि आरोपियों ने लोगों से पैसे एकत्र करने के लिए कई बैंक खाते खोले थे. साथ ही पीड़ितों को हाई रिटर्न का भरोसा देने के लिए डिबेंचर भी जारी किए." उसके तीन सहयोगियों अमरेंद्र प्रसाद सिंह, भरत कुमार और संजय कुमार दास को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने कहा कि करीब तीन साल पहले केस दर्ज हुआ था तब से आरोपी दलपति फरार था और पुलिस से बचने के लिए बार-बार पता बदला रहा था.