छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी (Suryakant Tiwari) ने आयकर छापे (Income Tax Raid) के बाद सनसनीखेज बयान देकर प्रदेश की सियासत में बवाल खड़ा कर दिया है. तिवारी ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की साजिश रची जा रही है, इसके लिए आईटी विभाग का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूर्यकांत ने कहा है कि उनके आवास पर 30 जून को आयकर का छापा पड़ा था. अफसरों ने दबाव बनाया कि वो प्रदेश के उनके करीबी 40-45 विधायकों की सूची बनाएं, विपक्ष के विधायकों की नई सरकार बन जाएगी और एकनाथ शिंदे की तरह सूर्यकांत को प्रदेश का नया सीएम बनाया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि आयकर अफसर साम, दाम, दंड, भेद से बयान देने के लिए दबाव बना रहे थे.
सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि सीएम सचिवालय की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया के उनके कारोबार में शामिल होने का बयान देने का दबाव बना रहे थे. सूर्यकांत ने कहा कि मैं एक कारोबारी हूं, अपराधी नहीं. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की टीम का काम सर्च करना है, लेकिन आयकर के अफसरों ने मुझे पीटा. इसका उन्हें कोई हक नहीं है.
दरअसल, 30 जून को सूर्यकांत तिवारी के आवास में पड़े छापे के बाद प्रदेश की सियासत में सूर्यकांत तिवारी की भाजपा और कांग्रेस नेताओं के साथ सोशल मीडिया में फोटो जारी कर एक दूसरे का करीबी बताने की सियासत शुरू हो गई थी, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार करने की मांग कर दी. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की मांग के बाद रविवार को सूर्यकांत तिवारी ने वीडियो जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
डॉ. रमन सिंह को लेकर सूर्यकांत ने कहा कि मैं जेल में जहां रहूंगा, उसके बगल में डॉ रमन सिंह को रहना होगा क्योंकि रमन सिंह का कार्यकाल बेहद दागदार रहा है.
इस पर कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आंनद शुक्ला का कहना है कि सूर्यकांत तिवारी के बयान से स्पष्ट हो गया है कि गैर भाजपा शासित राज्यों में भाजपा सरकार गिराने में लगी हुई है.
इधर, भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने सूर्यकांत तिवारी के बयान को चोर की दाढ़ी में तिनका बताते हुए कहा कि सूर्यकांत कांग्रेस द्वारा लिखी हुई स्क्रिप्ट को पढ़ रहे हैं.