पुलिस ने 2000 किमी तक किया चोरों का पीछा, इस जगह से मिला था सुराग, दो गिरफ्तार, एक फरार

राजस्थान के जालोर जिले पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने दो हजार किमी तक चोरों का पीछा कर उन्हें धर-दबोचा है.इसके साथ ही पुलिस ने एक घर से करीब 80 लाख रुपये की चोरी के मामले का पर्दाफाश किया है.

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जालौर:

राजस्थान के जालोर जिले की बागोड़ा पुलिस ने एक घर से करीब 80 लाख रुपये की चोरी के मामले का पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.इस पेचिदा मामले की जांच में पुलिस को काफी पापड़ बेलने पड़े. पुलिस ने आरोपियों का करीब दो हजार किमी तक पीछा किया, तब जाकर वो पकड़ में आए. इसमें एक अवयस्क आरोपी भी शामिल है. इस मामले का एक आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है.पुलिस उसकी तलाश कर रही है. 

कब और कहां हुई थी चोरी

पूरा मामला तब सामने आया जब शिकायतकर्ता रामाराम पुत्र सांवलाराम पुरोहित निवासी देवड़ा का गोलिया ने बागोड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि उनके भाई का कृषि बेरा क्षेत्र में स्थित मकान कई दिनों से बंद था. चार नवंबर की रात अज्ञात चोरों ने बंद मकान का ताला तोड़कर सोने और चांदी के आभूषणों सहित करीब 80 लाख रुपये मूल्य का सामान चुरा ले गए. शिकायत के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालोर के सुपरविजन में थाना अधिकारी बलदेवराम के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई.

पुलिस टीम ने सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया. दरवाजों और खिड़कियों के टूटे हिस्सों,ताले के टूटने के तरीके और आंगन में मिले पैरों के निशानों सहित कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए गए. टीम ने एमओबी यूनिट और साइबर सेल की मदद से तकनीकी जांच शुरू की.पुलिस ने जांच में सौ किलोमीटर के दायरे में करीब 450 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. इस गहन तकनीकी विश्लेषण के दौरान हेड कॉन्स्टेबल त्रिलोकसिंह को कुछ ऐसे फुटेज मिले, जिनके आधार पर पुलिस को पहली ठोस दिशा मिली.

किन किन राज्यों में हुई छापेमारी

इन तकनीकी इनपुट के आधार पर पुलिस को मुख्य आरोपी भरत कुमार की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस टीम ने लगातार कई राज्यों में दबिश देना शुरू किया. टीम ने राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के संभावित ठिकानों पर एक के बाद एक कार्रवाई की. इस लंबी खोजबीन के दौरान पुलिस को कई बार स्थान बदलकर आगे बढ़ना पड़ा. अंततः लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी भरत कुमार को मदन सिंह और एक अवयस्क आरोपी के साथ गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में भरत कुमार ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी अर्जुन सिंह, मदन सिंह और एक किशोर के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया. इस गिरोह ने बंद पड़े मकानों और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में ऐसी कई वारदातें करने का प्रयास किया था.फिलहाल चोरी गए सामान की बरामदगी के लिए पुलिस पूछताछ और तलाशी कर रही है. 

पुलिस इस मामले के एक और आरोपी अर्जुन सिंह पुत्र किया सिंह राजपूत निवासी वेडिया थाना नोसरा की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस आरोपी को भी गिरफ्तार कर मामले का शत-प्रतिशत खुलासा किया जाएगा.

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