"गैंगस्टर नीरज बवाना" के नाम से रंगदारी मांगने वाले दो आरोपियों को बाहरी जिले के अलर्ट एंटी ऑटो थेफ़्ट स्टाफ ने पकड़ा. बताया जा रहा है कि 24 अगस्त को, सचिन नागवान पुत्र श्री राजकुमार नागवान (मीराबाग, दिल्ली) की शिकायत पर पुलिस स्टेशन पश्चिम विहार ईस्ट, नई दिल्ली में एफआईआर दर्ज किया गया था, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर 01 करोड़ रुपये की मांग करने वाले विभिन्न अंतरराष्ट्रीय नंबरों से पिछले तीन दिनों से धमकी व जबरन वसूली के कॉल आ रहे हैं. शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके आवास पर तत्काल प्रभाव से पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई और जांच शुरू की गई.
पुलिस टीम ने तकनीकी आधार पर मामले की जांच शुरू की. इस दौरान शिकायतकर्ता को दो घरेलू नंबरों से भी धमकी और रंगदारी के कॉल आए. जांच के दौरान पाया गया की दोनों नंबर हरियाणा के धारूहेड़ा में दो अलग-अलग जगहों से दो अलग-अलग कारों यानी स्विफ्ट और नेक्सॉन का उपयोग करके छीन लिए गए थे. समानांतर रूप से, ए.ए.टी.एस./OD स्टाफ ने आरोपी व्यक्तियों द्वारा धमकी देने में इस्तेमाल किए गए उन सभी अंतरराष्ट्रीय नंबरों के संबंध में विभिन्न एजेंसियों से एकत्र किए गए डेटा पर भी काम किया.
जांच के दौरान आरोपियों का पता लगाने के हर संभव प्रयास किए गए. 08.09.2022 को उक्त टीम को आरोपी व्यक्ति पंकज की पहचान के बारे में सुराग प्राप्त करने में तकनीकी रूप से सफलता मिली. आरोपी पंकज के नाम से सभी खातों की अच्छी तरह से जांच की गई और पर्याप्त विवरण प्राप्त करने पर, टीम ने VPO बसाना, कलानौर जिला रोहतक, हरियाणा की ओर रुख किया ताकि आरोपी व्यक्तियों को पकड़ा जा सके. दो दिन जमीनी स्तर की सारी जानकारी जुटाने के बाद आखिरकार 12.09.2022 की सुबह उक्त आरोपी पंकज को पकड़ने के लिए छापेमारी की गई, जो उसकी नेक्सॉन कार में उसके घर के पास पकड़ा गया, उसी कार का प्रयोग दिनांक 27.08.2022 को बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा, हरियाणा से मोबाइल फोन छीनने में किया गया था .
पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह कलानौर हरियाणा में एक जिम का मालिक है, लेकिन कोविड-19 लॉक-डाउन के कारण उसे अपने जिम में भारी नुकसान हुआ. उस पर लगभग 90 लाख का कर्ज हो गया था और वह अपने घाटे को पूरा करने के लिए भारी तनाव में था. इसलिए उसने अपने साथी शशि उर्फ राहुल और संजू के साथ मिलकर गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर लोगों को धमकाकर रंगदारी वसूलने की साजिश रची. उसके लिए उन्होंने ऐसे लोगों की पहचान की जो अमीर हैं और जो आसानी से मोटी रकम चुका सकते हैं, इसके लिए उक्त आरोपियों ने साजिश रची कि उनका एक रिश्तेदार जो दिल्ली में रहता है, एक संपन्न परिवार से है.
शुरुआत में उसने अपने आईफोन में एक एप्लिकेशन ग्लोबल वॉयस कॉल इंस्टॉल किया और अपने रिश्तेदार, उक्त पीड़िता को फोन किया और गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर 1 करोड़ रुपये की मांग की. लेकिन उसे डर था कि अगर वह अपने फोन का इस्तेमाल करता है तो उसे पुलिस द्वारा ट्रैक किया जा सकता है और उसे गिरफ्तार किया जा सकता है, इसलिए उसने साथियों के साथ एक फोन छीनने का फैसला किया और इसके लिए उन्होंने गुरुग्राम हरियाणा में एक फोन छीन लिया व उस फोन से उन्होंने फोन करके पैसे मांगे. वे उसे दो दिन तक फोन करते रहे और फिर उसने अपने साथी शशि उर्फ राहुल को फोन दे दिया. लेकिन शिकायतकर्ता ने उसे पैसे नहीं दिए इसलिए उन्होंने फिर से हरियाणा के गुरुग्राम के पास बिलासपुर से एक और मोबाइल फोन छीन लिया और फिर उक्त शिकायतकर्ता को फोन किया.