पुलिस ने डीआरडीओ वैज्ञानिक से 40 लाख रुपये की ठगी के बाद हैकर गिरोह का किया भंडाफोड़

पुलिस ने घोखेबाजों का झारखंड के देवघर और राजस्थान के मेवात में पता लगाया. तकनीकी निगरानी से धोखेबाजों के संचालन के बारे में महत्वपूर्ण विवरण सामने आए. उन्होंने कहा कि जियो-लोकेशन ट्रैकिंग और खुफिया सूचनाओं के आधार पर, पुलिस ने छापेमारी की और चार लोगों को गिरफ्तार किया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक वैज्ञानिक से 40 लाख रुपये की ठगी के मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने बैंक खातों को हैक करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) सुरेन्द्र चौधरी ने कहा, ‘‘आरोपी ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर लोगों से संपर्क करते थे और उन्हें समस्याओं के समाधान की आड़ में एंड्रॉइड पैकेज किट (एपीके) फाइल बताकर एक मैलवेयर को ‘इंस्टॉल' करने के लिए राजी करते थे. इसके बाद फाइल पीड़ित व्यक्ति के डिवाइस तक रिमोट एक्सेस प्रदान करती थी, जिससे धोखेबाज बैंकिंग जानकारी, पैन (स्थायी खाता संख्या) कार्ड विवरण और सीवीवी (कार्ड वेरिफिकेश वैल्यू) कोड सहित संवेदनशील वित्तीय विवरण चुरा सकते थे. इस पद्धति का उपयोग करके, धोखेबाज ने लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लिये.''

यह जांच डीआरडीओ से सेवानिवृत्त एक वैज्ञानिक की इस शिकायत के बाद शुरू की गई थी कि धोखेबाजों ने उनकी बचत और सावधि जमा से 40 लाख रुपये निकाल लिए हैं.

Advertisement

डीसीपी चौधरी ने कहा, ‘‘पीड़ित ने ऑनलाइन कस्टमर सपोर्ट नंबर सर्च किया था और एक फर्जी कॉन्टैक्ट पर कॉल की थी. इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया के जरिए एक मैलवेयर भेजा गया, जिसे उन्होंने इंस्टॉल कर लिया, जिससे अनजाने में उनके बैंक खाते तक पहुंच हो गई. सात दिनों में, आरोपी ने व्यवस्थित तरीके से उनके खाते से धनराशि स्थानांतरित कर ली. उनकी शिकायत के बाद, एक प्राथमिकी दर्ज की गई और साइबर पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने गहन जांच शुरू की.''

Advertisement

पुलिस ने घोखेबाजों का झारखंड के देवघर और राजस्थान के मेवात में पता लगाया. तकनीकी निगरानी से धोखेबाजों के संचालन के बारे में महत्वपूर्ण विवरण सामने आए. उन्होंने कहा कि जियो-लोकेशन ट्रैकिंग और खुफिया सूचनाओं के आधार पर, पुलिस ने छापेमारी की और चार लोगों को गिरफ्तार किया.

Advertisement

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान इकबाल अंसारी, साजिद खान, सलमान खान और नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है.

Advertisement

डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने पांच स्मार्टफोन बरामद किए हैं, जिनमें संदिग्ध डेटा है, जिसमें पीड़ितों के वित्तीय विवरण वाली एक्सेल शीट भी शामिल है. उन्होंने बताया कि जांच से पता चला है कि गिरोह ने इसी तरह की रणनीति का इस्तेमाल करके पूरे भारत में लोगों को निशाना बनाया.

Featured Video Of The Day
Sushant Singh Rajput की आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं, CBI ने दाखिल की क्लोजर रिपोर्ट