प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में फेरबदल बुधवार शाम 6 बजे किया जाएगा. साथ ही एनडीटीवी को शीर्ष सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट भारत के इतिहास में सबसे युवा होगी. सूत्रों ने बताया कि औसतन आयु अभी तक सबसे कम होगी और शैक्षणिक योग्यता सबसे ज्यादा. इनमें पीएचडी, एमबीए, पोस्ट ग्रेजुएट और प्रोफेशनल शामिल होंगे.
साथ ही सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक राज्य और यहां तक कि राज्यों के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने बताया, करीब दो दर्जन ओबीसी का प्रतिनिधित्व होगा. छोटे समुदायों को शामिल करने की योजना है. अधिक महिला मंत्री होंगी और प्रशासनिक अनुभव रखने वालों को विशेष प्रतिनिधित्व दिया जाएगा.
कैबिनेट में शामिल होने को लेकर जिन लोगों की चर्चा हैं, उनमें से कई दिल्ली आ चुके हैं, जबकि कुछ दिल्ली आ रहे हैं. इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, पशुपति पारस, नारायण राणे और वरुण गांधी शामिल हैं.
दिल्ली की फ्लाइट पकड़ने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में पूजा करते हुए दिखे. सिंधिया ने बताया, 'मैं उज्जैन की यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली जाऊंगा.' सिंधिया ने पिछले साल ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल चुनाव के बाद हेमंत बिस्वा सरमा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए राजी हो गए थे. उन्हें भी केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की चर्चा है.
वहीं, बिहार से पशुपति पारस को कुर्ता खरीदते हुए देखा गया. जब उस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें दिल्ली से निमंत्रण मिला है तो उन्होंने कहा, 'राज को राज ही रहने दो.' उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से फोन आया था.
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है. इसके साथ ही मंत्रिमंडल में उनकी जगह खाली हो गई है. उनका राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल 2024 तक का है. ऐसे में मंत्रिमंडल में ऐसे व्यक्ति को शामिल किया जा सकता है, जो संसद के किसी भी सदन का सदस्य नहीं है. उसे गहलोत के बाकि बचे हुए कार्यकाल के लिए राज्यसभा में भेजा जा सकता है.
कैबिनेट विस्तार को लेकर हलचल तेज, जल्द ही सामने आएगा नया मोदी मंत्रिमंडल?