गुजरात में भारतीय जनता पार्टी बंपर जीत की ओर बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6 बजे दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे जहां जश्न की तैयारी की जा रही है. भाजपा ने इस बार गुजरात में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. राज्य में प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के आखिरी हफ्तों में 30 से अधिक रैलियां की थीं. भाजपा 1995 से राज्य में कोई विधानसभा चुनाव नहीं हारी है. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध सुबह 11.46 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 155 सीटों पर, कांग्रेस 17 और आम आदमी पार्टी (आप) 6 सीटों पर आगे चल रही है. अन्य उम्मीदवारों को 4 सीटें मिल रही हैं. भाजपा ने राज्य में 27 साल के शासन के बाद सत्ता विरोधी भावनाओं से जूझते हुए हाल का चुनाव लड़ा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी के लिए ‘तुरुप का इक्का' थे और सत्तारूढ़ दल ने सत्ता विरोधी लहर के मुकाबले के लिये ‘ब्रांड मोदी' पर भरोसा किया.
चुनावों में प्रमुख मुद्दों में बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, राज्य के कुछ हिस्सों में पानी नहीं पहुंचना, बड़ी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण और किसानों को अत्यधिक बारिश के कारण फसल क्षति का उचित मुआवजा नहीं मिलना था.
इस बार मतदान प्रतिशत 2017 की तुलना में लगभग चार प्रतिशत कम हुआ. राज्य में 2017 में 68.39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 64.33 प्रतिशत मतदान हुआ.
भाजपा के कई विधायक शुरुआती रुझानों में आगे चल रहे हैं. हार्दिक पटेल, पुर्णेश मोदी और कई अन्य चर्चित चेहरे भी आगे हैं.
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी खम्भालिया विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. ‘आप' सोमनाथ, व्यारा, जामनगर (उत्तर) और कुछ अन्य सीटों पर आगे है.
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना राज्य के 37 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुई।
‘आप' के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है, जिससे कांग्रेस की परेशानी बढ़ी हुई है.